बिलासपुर। कोरोना संक्रमण के कारण आमजन आर्थिक संकट से जूझ रहा है। इसका असर शिक्षा के क्षेत्र पर भी पड़ा है। निजी स्कूल संचालकों के साथ पालकों की आर्थिक स्थिति खराब है। इसके चलते हर साल 10-15 स्कूल बंद हो रहे हैं। साल 2021-22 में 15 स्कूलों में ताले लग गए। वहीं तीन साल के आंकड़े पर नजर डालेें तो 45 स्कूल बंद हुए हैं। कोरोना महामारी के चलते पालकों को आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ रहा है। कई लोग बच्चों की स्कूल फीस भी नहीं भर पा रहे हैं।
इस कारण संचालकों के लिए शिक्षकों व कर्मचारियों को वेतन देना मुश्किल हो गया है। ऐसे में स्टाफ नौकरी छोड़कर दूसरा काम करने लगा है। दूसरी ओर कमर्शियल, प्रापर्टी टैक्स, बिजली, पानी, वेतन व अन्य प्रकार के खर्च कम नहीं हुए हैं। इतने खर्च को संचालक वहन नहीं कर पा रहे हैं। आर्थिक तंगी और स्टाफ की कमी के कारण स्कूल बंद हो रहे हैं। स्कूल शिक्षा विभाग को ऐसे स्कूल लगातार सूचना भेज रहे हैं। वहीं, फीस जमा नहीं करने के कारण कई बच्चे पढ़ाई छोड़ चुके हैं। कई सरकारी स्कूलों में ताखिला ले रहे हैं।
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Posted By: Yogeshwar Sharma
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