बिलासपुर। हल्दी का प्रयोग खून के रिसाव को रोकने या चोट को ठीक करने के लिए किया जाता है। कई बार हाथ-पैरों में होने वाले दर्द से राहत पाने के लिए भी हल्दी वाले दूध का इस्तेमाल किया जाता है। हल्दी में एंटीसेप्टिक और एंटीबायोटिक गुण होते हैं। वहीं दूध में मौजूद कैल्शियम हल्दी के साथ मिलकर शरीर को फायदा पहुंचाता है। इसलिए चिकित्सक भी डाइट में हल्दी को शामिल करने की सलाह देते हैं।
- हल्दी का सेवन शरीर को सुडौल बनाता है। प्रतिदिन एक गिलास दूध में सुबह के समय आधा चम्मच हल्दी
मिलाकर पीने से शरीर सुडौल हो जाता है। गुनगुने दूध के साथ हल्दी के सेवन से शरीर में जमा अतिरिक्त फैट
धीरे-धीरे कम होने लगता है। इसमें उपस्थित कैल्शियम और अन्य तत्व वजन कम करने में भी मददगार होते हैं।
- आयुर्वेद में हल्दी को रक्त शोधन में महत्वपूर्ण बताया गया है। हल्दी के सेवन से रक्त शोधित होता रहता है। इसे
खाने से रक्त में मौजूद विषैले तत्व बाहर निकल जाते हैं और इससे ब्लड सर्कुलेशन अच्छा होता है। पतला होने
के बाद रक्त का धमनियों में प्रवाह बढ़ जाता है, जिससे व्यक्ति को हृदय संबंधी परेशानियां नहीं होती।
- हल्दी को चूने में मिलाकर चोट में लगाने से यह दर्द को खींच लेता है। इसके अलावा दूध में हल्दी मिलाकर पीने
से कान दर्द जैसी कई समस्याओं में आराम मिलता है। इससे शरीर का रक्त संचार बढ़ जाता है जिससे दर्द में
तेजी से राहत मिलती है।
- हल्दी में किसी चोट के घाव को तेजी से भरने का भी गुण होता है। यदि आपके चोट लगने पर तेजी से खून बह
रहा है तो आप उस जगह तुरंत हल्दी डाल दें। इससे आपकी चोट का खून बहना कम हो जाएगा। हो सके तो
डाक्टर के यहां पहुंचने से पहले इस पट्टी को न खोलें।
- सर्दी, जुकाम या कफ की समस्या होने पर हल्दी मिले दूध का सेवन लाभकारी साबित होता है। इससे सर्दी,
जुकाम तो ठीक होता ही है, साथ ही गर्म दूध के सेवन से फेफड़ों में जमा हुआ कफ भी निकल जाता है। सर्दी के
मौसम में इसका सेवन आपको स्वस्थ बनाए रखने में मदद करता है।
- दूध में हल्दी मिलाकर पीने से हड्डियां मजबूत होती हैं। दूध में मौजूद कैल्शियम हड्डियों को मजबूती देता है और
हल्दी के गुणों के कारण रोग प्रतिरोधक क्षमता का विकास होता है। जिससे हड्डी संबंधित तमाम समस्याओं से
छुटकारा मिलता है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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