Tourist Places ATR Chhattisgarh: अचानकमार टाइगर रिजर्व समेत अन्य पर्यटन केंद्रों में समय गुजार रहे पर्यटक फोटो शहर की गर्मी ने लोगों को बेचैन कर दिया है। इससे राहत पाने लोग वर्तमान में ऐसी जगहों पर समय बिता रहे हैं, जहां नदी, नहर व हरियाली हो।

अचानकमार टाइगर रिजर्व में तो एकाएक भ्रमण करने वाले पर्यटकों की संख्या बढ़ गई है। शिवतराई स्थित बैगा रिसार्ट में ठहरकर जिप्सी से जंगल के भीतर का लुत्फ उठा रहे हैं। शहर की अपेक्षा जंगल में गर्मी कम रहती है। चारों तरफ विशाल वृक्ष, नदी, नाले व नहर के कारण सूर्य की तेज किरणों का प्रभाव कम रहता है।

यही वजह है कि अब शनिवार व रविवार के अलावा सप्ताह के अन्य दिनों में भी पर्यटक पर्यटन स्थलों में ज्यादा समय गुजार रहे हैं। शहर के नजदीक स्थित भ्रमण केंद्र अचानकमार टाइगर रिजर्व में सबसे ज्यादा रौनक है। पर्यटकों को गर्मी से इस जगह पर ज्यादा सुकून मिलती है।

यही वजह है कि पर्यटक पहले से बुकिंग करा रहे हैं। दिनभर भ्रमण के अलावा शिवतराई स्थित रिसार्ट पर रात भी गुजार रहे हैं। यहां बैगा रिसार्ट है जो चारों तरफ हरियाली से घिरा हुआ है। इसी के कारण यहां गर्मी कम लगती है। टाइगर रिजर्व प्रबंधन को भी यह बात मालूम है कि यही सीजन पर्यटन का है।

ज्यादातर पर्यटक इसी समय में सैर करने के लिए पहुंचते हैं। इसलिए यहां पर्यटकों के लिए विशेष व्यवस्थाएं भी की गई हैं। सैर में किसी तरह की अड़चन न आए, इसलिए सात जिप्सियों के अलावा एक 20 सीटर बस भी है। समूह में पहुंचने वाले इसकी बुकिंग कराते हैं।

सुबह से लेकर शाम ढलने तक टाइगर रिजर्व में पर्यटकों की रौनक रहती है। खुली जिप्सी के बावजूद पर्यटक बड़े मजे से यहां सैर कर रहे हैं। पर्यटकों का यह भी मानना है कि अभी शहर में बहुत गर्मी है। एसी, कूलर व पंखे की हवा भी राहत नहीं दे रही है। जंगल आकर एक अलग तरह से सुकून मिलता है। यहीं वजह है कि पर्यटक पहले से बुकिंग कराकर यहां पहुंच रहे हैं।

इसके अलावा लक्ष्मण धारा, मदकूदीप के अलावा नेचर कैंप जैसी प्रमुख जगहों पर भी पर्यटकों की खासी भीड़ है। वजह केवल एक है कि गर्मी से बचाव के लिए पर्यटक ऐसी जगहों पर समय गुजार रहे हैं। पर्यटकों को सुकून मिल रहा है तो वन विभाग को इससे राजस्व भी प्राप्त हो रहा है।

ज्यादातर पर्यटन केंद्रों में पर्यटकों से प्राप्त राजस्व का उपयोग वहां को विकसित करने के लिए किया जाता है। बाक्स-शहर के उद्यानों में भी चहल-पहलगर्मी की वजह से लोग दोपहर को घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं। लेकिन, शाम ढलते ही शहर के अधिकांश उद्यानों में चहल- पहल देखी जा सकती है।

विवेकानंद उद्यान, दीनदयाल गार्डन व बंधवापारा बंद होने तक पर्यटकों से गुलजार रहता है। कानन पेंडारी जू शाम छह बजे के बाद बंद हो जाता है। लेकिन, गर्मी की वजह से यहां पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या घटी है। इसके चलते कहीं न कहीं जू प्रबंधन को नुकसान भी हो रहा है।

Posted By: Manoj Kumar Tiwari

छत्तीसगढ़
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