बीजापुर। सीआरपीएफ के महानिदेशक डा. एपी माहेश्वरी मंगलवार को बीजापुर जिले के अंतिम छोर तक पहुंचे। उन्होंने अंतरराज्यीय सीमा पर बसे धुर नक्सल प्रभावित पामेड़ का भी दौरा किया। इस दौरान क्षेत्र में चल रहे नक्सल विरोधी अभियान की समीक्षा की। बैठक के दौरान बल के वरिष्ठ अधिकारियों को स्थानीय जनता का भरोसा जीतने, स्थानीय फोर्स के साथ बेहतर समन्वय बनाने व विकास कार्यों को सुरक्षा प्रदान करने संबंधी निर्देश दिए। पहली बार किसी शीर्ष अधिकारी ने तिम्मापुरम जैसे इलाके में रात गुजारी है।
डा. माहेश्वरी गृह विभाग के विशेष विमान से मंगलवार को यहां पहुंचे। उनके साथ आइजी सीआरपीएफ समेत अन्य अधिकारी मौजूद थे। हेलीकाप्टर से वे यहां से बीजापुर के लिए रवाना हुए। बीजापुर से वे पामेड़ पहुंचे। सीआरपीएफ कैंप में अधिकारियों की बैठक ली। उन्होंने जवानों का हौसला बढ़ाते हुए उनकी समस्याएं भी सुनीं। आम जनता का विश्वास जीतने के लिए उनके दुख में सहभागी बनने की सलाह दी।
डीजी ने विकास कार्यों समेत नक्सल विरोधी अभियान की जानकारी ली। इसके बाद वे संवेदनशील क्षेत्र तिम्मापुरम पहुंचे। जवानों का मनोबल बढ़ाने के लिए कैंप में ही रात्रि विश्राम किया। बताया गया कि पहली दफा किसी बल के शीर्ष अधिकारी ने सुदूर इलाके में रात बिताई है।
बता दें कि केंद्र व राज्य सरकार द्वारा वर्ष 2021 में नक्सलवाद का खात्मा करने के लिए वृहद कार्ययोजना बनाई गई है। इसके तहत केंद्रीय बलों की नई बटालियन भी बस्तर में तैनात की जानी है। मोर्चे पर सफलता के लिए देश के आंतरिक सुरक्षा सलाहकार के. विजय कुमार भी संभाग के दंतेवाड़ा, सुकमा, बीजापुर समेत अन्य प्रभावित जिलों का लगातार दौरा कर चुके हैं। सूत्र के अनुसार इस वर्ष नक्सल उन्मूलन की दिशा में आक्रामक और निर्णायक अभियान चलाया जाएगा।
Posted By: Nai Dunia News Network
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