दंतेवाड़ा। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में चलाए जा रहे लोन वर्राटू अभियान के तहत मलांगेर एरिया कमेटी का सदस्य देवा राम मंडावी ने जिला मुख्यालय में अधिकारियों के समक्ष आत्मसमर्पण कर दिया। समर्पित नक्सली देवाराम मंडावी (31) निवासी बरेंम स्कूलपारा, थाना अरनपुर, जिला दंतेवाड़ा पर 10 लाख रुपये का इनाम घोषित था। जिसके विरूद्ध थाना अरनपुर में विभिन्न धाराओं में अपराध पंजीबद्ध है। समर्पण करने के दौरान उप पुलिस महानिरीक्षक (परि) सीआरपीएफ विनय कुमार सिंह, अम्ब्रेश कुमार कमांडेटेंट 111वीं वाहिनी सीआरपीएफ, सिद्धार्थ तिवारी एसपी दंतेवाड़ा, योगेश पटेल अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नक्सल आप्स आदि उपस्थित थे।
डेंगू से बचाव के लिए दवा का छिड़काव
मच्छरों से होने वाली बीमारी डेंगू से बचाव के लिए किरंदुल नगरपालिका किरंदुल द्वारा अलग अलग वार्डों में मिलेथियान का छिड़काव करवाया जा रहा है। जिसके तहत आज वार्ड क्रमांक 08, 09 एवं 10 के नालियों में मिलेथियान का छिड़काव किया गया। नपा सीएमओ पवन कुमार मेरिया का कहना है कि बारिश के पानी को जमा न होने दे, गंदगी न रखे। सभी लोग सावधानी बरते एवं मच्छर को पनपने ना दे, जिससे बीमारियो पर काबू पाया जा सकता है।
अबूझमाड़ के ग्रामीणों ने कलेक्टर से मांगा स्कूल और शिक्षक
जिला मुख्यालय से नारायणपुर से लगभग 50 किमी दूर ओरछा मार्ग पर बटुम के पास तीन-चार गांव के करीब 200 ग्रामीण एकत्रित होकर प्रशासन से अपने गांवों में स्कूल खोलने की मांग को लेकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा हैं। ग्रामीण ज्ञापन के माध्यम से कलेक्टर से अबूझमाड़ के ग्राम है होयगेर अबूझमाड़ में सरकारी स्कूल खोलने की मांग की है। ग्रामीणों का कहना है कि हमारे गांव में सरकारी स्कूल नहीं है, जबकि गांव में 30 से ज्यादा बच्चे है। गांव में स्कूल नहीं होने के कारण सभी बच्चे बैल चराते हैं, या तो अन्य मजदूरी कार्य करते हैं। ग्रामीणों ने बताया कि उनके गांव से करीब चार से पांच किमी दूरी पर स्कूल जरूर है। लेकिन वहां शिक्षक महीनों नही आते हैं। इस कारण कोई भी पालक अपने बच्चों को वहां भर्ती नहीं करवाना चाहता। इसलिए हम सभी अपने गांव में स्कूल खोलने की मांग कर रहे हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network
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