धमतरी। Crime News बैंक अधिकारी बनकर पश्चिम बंगाल के एक ठग ने पिता-पुत्र से एक लाख से अधिक की राशि की ठगी की है। पुलिस ने आरोपित को गिरफ्तार कर लिया है। शातिर ठग ने साक्ष्य छुपाने के लिए मोबाइल व सिम को तोड़ कर फेंक दिया है। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ जुर्म दर्ज कर उसे जेल भेज दिया है।
मिली जानकारी के अनुसार 23 मई 2020 को प्रार्थी इन्द्र कुमार साहू निवासी श्यामतराई ने थाना अर्जुनी में रिपोर्ट दर्ज कराई थी कि उनके पुत्र से अज्ञात मोबाइल नंबर से बैंक का साहब बोल रहा हूं कहकर मोबाइल आया। आरोपित ने प्रार्थी के एवं प्रार्थी के बेटे तरूण साहू के मोबाइल नंबर में काल किया और एटीएम कार्ड के आगे पीछे का नंबर बताने को कहा। जिसके बाद प्रार्थी अपने एटीएम के आगे-पीछे लिखे नम्बर को आरोपित को बता दिया। इससे प्रार्थी के बैंक खाता सेन्ट्रल बैंक धमतरी से आठ बार रुपये निकाले गए। इसके साथ ही प्रार्थी के पुत्र तरूण साहू के खाते से भी उसी दिन कुल 71835 रूपये निकाल लिये। इस सिम धारक ने अपने आप को बैंक का अधिकारी बनकर पिता-पुत्र से कुल 119829 रुपये का आनलाइन ठगी किया है। लिखित रिपोर्ट पर थाना अर्जुनी ने अज्ञात आरोपित के खिलाफ जुर्म दर्ज कर पतासाजी में जुटी हुई थी।
उच्चाधिकारियों के निर्देश पर थाना प्रभारी अर्जुनी निरीक्षक गगन वाजपेई ने मामले में त्वरित कार्यवाही करते हुए अज्ञात आरोपित के मोबाइल नम्बर का साइबर तकनीकी सेल प्रभारी के सहयोग से मोबाइल नंबर के आधार पर इलेक्ट्रानिक साक्ष्य पर प्राप्त किया। सिम धारक का नाम पता व सीडीआर के अनुसार आरोपित अनिमेश मैती उम्र 35 वर्ष जुमई नासकर बलीखली श्रीकृष्णा नगर, थाना डोलाहाट जिला दक्षिण 24 परगना पश्चिम बंगाल का निकला। आरोपित के पते पर पुलिस टीम जब पहुंची, तो आरोपित मिला, जिसे गिरफ्तार किया गया। आरोपित ने बताया कि करीब दो वर्ष पूर्व अपने घर के मोबाइल व सिम नम्बर से लोगों का नंबर लेकर उनके मोबाइल नंबर में फोन करता था। और अपने आपको बैंक का अधिकारी बताकर उन लोगों का एटीएम नंबर लेकर उनके बैंक खाते से पैसा निकालकर धोखाधड़ी करता था। आराेपित ने उस सिम एवं मोबाइल को तोड़कर फेंक दिया है। वहीं आरोपित ठगी से प्राप्त रकम को खर्च भी कर चुका है।
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