धमतरी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। एक निजी स्कूल में अध्ययनरत कक्षा सातवीं की छात्रा ने पढ़ाई का तनाव बढ़ा, तो स्वयं पर मिट्टी तेल उड़ेलकर आग लगा ली और आत्महत्या करने की कोशिश की। स्वजन उन्हें गंभीर हालत में उपचार के लिए जिला अस्पताल में भर्ती किया है, जहां उनकी हालत गंभीर है। छात्रा ने पुलिस को बयान में बताई है कि पढ़ाई से तनाव बढ़ने की वजह से उन्होंने यह कदम उठाई है।
पुलिस सहायता केन्द्र से मिली जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत कुकरेल में संचालित एक निजी स्कूल में अध्ययनरत कक्षा सातवीं की छात्रा ने आत्महत्या करने की नीयत से स्वयं पर घर में रखे मिट्टी तेल को उड़ेल लिया और आग लगा ली। घटना के समय उनके माता-पिता जंगल में महुआ बीनने गए हुए थे और घर में उनकी छोटी बहन थी।
घटना की जानकारी जब स्वजन को हुए, तो तत्काल उपचार के लिए उन्हें एंबुलेंस से जिला अस्पताल धमतरी लाया गया। डाक्टरों ने उपचार के बाद उन्हें भर्ती किया। छात्रा की हालत गंभीर बनी हुई है। पुलिस बयान में छात्रा ने बताई कि पढ़ाई के तनाव के चलते उसने यह कदम उठाई है। फिलहाल पुलिस बयान दर्ज कर मामले की जांच में जुट गई है। उल्लेखनीय है कि कुछ दिनों पूर्व नगर पंचायत भखारा निवासी कक्षा नवमीं के एक छात्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी।
बच्चों पर पालक पढ़ाई के लिए दबाव न बनाएं
जिला अस्पताल धमतरी में पदस्थ क्लीनिकल साइकोलाजिस्ट प्रीति चांडक ने बताया कि जिला अस्पताल द्वारा मेंटल हेल्थ कार्यक्रम स्कूल व कालेजों में चलाया जा रहा है। पालकों को अपने बचचों के लक्षणों को देखना चाहिए। क्या उनके व्यवहार में बदलाव आया है, उनसे संपर्क में रहना चाहिए।
गंभीर स्थिति को देखते हुए कई अन्य बातों को ध्यान देना चाहिए। बच्चों के साथ पालक एक घंटे का समय दें। उनके साथ हंसी-मजाक व खेले। सामाजिक जुड़ाव संबंधी जानकारी दें। मोबाइल देख रहे हैं, तो क्या देख रहे हैं, उन्हें देखें। बच्चों पर पढ़ाई का ज्यादा दबाव न डाले। उनके साथ मित्रता पूर्वक व्यवहार करें।
Posted By: Pramod Sahu
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