धमतरी (नईदुनिया प्रतिनिधि)। सुबह से शाम तक तेज गरज के साथ रूक-रूककर घंटों बारिश हुई। इस बारिश से जनजीवन अस्त-व्यस्त रहा। झड़ीनुमा मौसम से खेतों व अन्य जगहों पर कामकाज बंद रहा। बारिश से गलियों, सड़कों, गड्ढों व मैदानों में पानी भर गया। इधर रात में भी हल्की बारिश शुरू हो गई, जो जारी रहा। आषाढ़ माह में हो रही इस बारिश से किसानों के चेहरे खिल गए है।
23 जून की सुबह मौसम सामान्य रहा। तेज धूप के साथ भारी उमस बना रहा, लेकिन 10 बजे के बाद मौसम में अचानक बदलाव हुआ। तेज गर्जना व कड़कड़ाती बिजली के साथ आसमान पर काले बादल छा गए। बूंदाबांदी के साथ वर्षा शुरू हुई। ठंडी हवाओं के साथ झमाझम वर्षा शुरू हुई। वर्षा का सिलसिला घंटों जारी रहा। लोग वर्षा में घंटों फंसे रहे।
कामकाजी लोग छतरी, रैनकोट के सहारे निकले। लगातार हुई बारिश से शहर के शिव चौक रोड, बनियापारा, रामपुर वार्ड, महात्मागांधी वार्ड, बालक शाला मैदान, गोकुलपुर समेत कई जगह पानी भर गया। वहीं सड़कों, गड्ढों व मैदानों में पानी भर गया। लगातार हुई बारिश से खेतों की जमीन पूरी तरह से गीली हो गई है। कई जगह पानी भी भर गया है। आषाढ़ माह में पहली बार हुई घंटों बारिश व झड़ीनुमा इस मौसम से किसानों के चेहरे खिल गए, क्योंकि अब बारिश थमने के बाद खरीफ खेती-किसानी में तेजी आएगी। लगातार हुई बारिश के कारण खेतों पर काम कर रहे किसान व मजदूर लौट आए। अब किसानों को खेती-किसानी के लिए धूप खिलने का इंतजार है।
जिले में 64 मिमी औसत वर्षा
भू अभिलेख शाखा से मिली जानकारी के अनुसार जिले में एक जून से अब तक 64 मिमी औसत वर्षा दर्ज की गई है। नगरी तहसील में सबसे अधिक 112 मिमी वर्षा दर्ज की गई है, जबकि भखारा तहसील में सबसे कम 46 मिमी वर्षा हुई है। धमतरी तहसील में 55 मिमी, कुरूद तहसील में 58 मिमी, मगरलोड तहसील में 58 मिमी और कुकरेल तहसील में 54 मिमी वर्षा हुई है। वहीं आषाढ़ माह में अच्छी वर्षा होने से जिले के बांधों में जलभराव होने लगा है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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