धमतरी। देश के 22 राज्यों में एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड योजना की शुरुआत हो गई है, लेकिन छत्तीसगढ़ में अब तक शुरू नहीं हुी थी। हाई कोर्ट के आदेश के बाद इस योजना को छत्तीसगढ़ में लागू करने नगर निगम रायपुर और धमतरी से पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर एक जुलाई से शुरू किया गया है।

शहर के हजारों राशन कार्डधारी अब इस योजना के तहत राशन दुकानों से राशन खाद्यान्न खरीद रहे हैं। शुरुआत में कुछ दिक्कतें जरूर आ रही है, लेकिन जल्द ही इस स्कीम के तहत सभी राशन मिलने लगेगा।

देश के गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश, बिहार में यह योजना लागू होने के बाद छत्तीसगढ़ में एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड लागू होने की बात लंबे समय से चली आ रही थी, लेकिन अभी तक लटका हुआ था। जबकि योजना को लागू करने के लिए धमतरी जिले में सौ प्रतिशत राशनकार्ड से हितग्राहियों का आधार लिंक कर लिया गया था।

धमतरी के नगरीय निकाय और ग्रामीण अंचलों के सभी राशन कार्डधारियों का सौ प्रतिशत आधार लिंक है, ऐसे में योजना लागू होने के बाद धमतरी में किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।

इस बीच हाई कोर्ट ने एक राष्ट्र- एक राशनकार्ड योजना को पूरे देश में लागू करने आदेश कर दिया है, इसके बाद राज्य शासन हरकत में आकर अब नगर निगम रायपुर और धमतरी से इस योजना का पायलेट प्रोजेक्ट के तौर पर शुरू किया है। धमतरी के खाद्य निरीक्षक नरेश पीपरे ने बताया कि धमतरी शहर से इस योजना की शुरुआत की गई है।

यहां 35 राशन दुकानें संचालित है। जुलाई माह के प्रथम सप्ताह से सभी राशन दुकानों में एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड स्कीम के तहत शहर के 23007 हितग्राहियों को राशन देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है।

ई-पीओएस मशीन से खाद्यान्न का वितरण

एक राष्ट्र-एक राशन कार्ड लागू होने के बाद धमतरी शहर के सभी 35 राशन दुकानों को ई-पीओएस मशीन उपलब्ध कराई गई है, इससे प्रक्रिया पूरी करने के बाद हितग्राहियों को राशन का वितरण किया जा रहा है। राशनकार्डधारी इस मशीन पर फिंगरप्रिंट दबाकर राशन ले रहे हैं।

यदि हितग्राही का आधार लिंक नहीं है, तो उसे खाद्यान्न नहीं मिल पाएगा। जिस हितग्राही का राशनकार्ड व आधार लिंक है, उन्हें ही दुकान से चावल व अन्य सामग्री मिल पाएगा। हालांकि इस योजना के शुरू होने पर नहीं के बतौर दिक्कत आ रही है, लेकिन आगामी माह से इसे दुरुस्त कर लिया जाएगा।

इलेक्ट्रानिक मशीन ब्लूटूथ से कनेक्ट

एक राष्ट्र एक राशनकार्ड लागू होने पर राशन दुकान संचालकों को मिले ई पीओएस मशीन काफी टेक्नालाजी है। इलेक्ट्रानिक कांटा ई पोस मशीन से ब्लूटूथ कनेक्ट है। राशन कार्ड तौलते ही यह ई पोस मशीन से कनेक्ट हो जाता है और मशीन में वजन दिखाई देता है।

राशन सामग्री खरीदने के बाद इस मशीन से बकायदा हितग्राही को कितना चावल व अन्य सामग्री दिया गया है, उसका प्रिंट भी निकलता है। प्रिंट में राशनकार्ड नंबर, हितग्राही का नाम, सामग्री का वजन, दाम, दिनांक समेत कई जानकारियां रहता है। जिन कार्डधारियों का आधार लिंक राशन कार्ड से नहीं है, ऐसे कार्डधारियों का आधार लिंक के लिए ई पोस मशीन में सुविधा उपलब्ध है, जल्द ही राशन दुकान संचालक मौके पर आधार कार्ड लिंक मशीन से कर सकेंगे। मशीन पर आधार वैरीफाई होने के बाद हितग्राही को राशन उपलब्ध हो रहा है।

ऐसे में एक राष्ट्र एक राशन कार्ड स्कीम लागू होने के बाद से राशन दुकानों में होने वाले हेराफेरी खत्म हो जाएगा। हाईकोर्ट के निर्देशानुसार 31 जुलाई के बाद से प्रदेश के सभी जिलों में इसे लागू करने की बात शासन स्तर से हो रही है।

Posted By: Nai Dunia News Network

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