जगदलपुर। केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल के महानिरीक्षक डा एपी माहेश्वरी दो दिवसीय पश्चिम बस्तर प्रवास के बाद बुधवार को दिल्ली वापस रवाना हुए। इस दौरान उन्होंने धुर नक्सल प्रभावित इलाके तिप्पापुरम सीआरपीएफ कैम्प में आयोजित सैन्य सम्मलेन (बड़ा खाना) में जवानों के साथ भोजन किया। उनके व्यक्तिगत समस्याओं से रूबरू हुए। पहली बार केंद्रीय बल के शीर्षस्थ अधिकारी ने अंतरराज्यीय तेलंगाना सीमा में बसे बियाबान जंगल में रात गुजारी।
बल के मुखिया को अपने बीच पाकर जवानों में उत्साह देखा गया। प्रवास के दौरान डीजी सीआरपीएफ ने विशेष रूप इंटरस्टेट आपरेशन की रणनीति के तहत तेलंगाना पुलिस व वहां तैनात सेंट्रल फोर्स के वरिष्ठ अधिकारियों से मंत्रणा की। सीमा पर संयुक्त रूप से सैन्य आपरेशन चलाने पर सहमति बनने की बात सामने आ रही है।
ज्ञात हो कि मंगलवार को गृह विभाग के विशेष विमान से सीआरपीएफ डीजी डा एपी माहेश्वरी बीजापुर पहुंचे थे। वे जिला मुख्यालय से सीधे अंतरराज्यीय सीमा पर स्थित पामेड़ पहुंचे। वहां जवानों व कमान अधिकारियों से मुलाकात की। इसके बाद भौगौलिक रूप से पहुंचविहीन क्षेत्र तिम्मापुरम सीआरपीएफ कैम्प पहुंचे। वहां सैन्य सम्मेलन बड़ाखाना में शरीक हुए। कैंप में ही रात्रि विश्राम किया।
अपने बीच अधिकारी की मौजूदगी को लेकर जवान उत्साहित रहे। ज्ञात हो कि बियाबान जंगल में स्थित तिप्पापुरम गांव पहुंचने के लिए तेलंगाना के चेरला होते हुए जाना पड़ता है। इस क्षेत्र में बस्तर की आम जनता की पहुंच भी मुश्किल है। नक्सल दहशत के चलते यहां दिन में भी वीरानी पसरी रहती है। ऐसे में डीजी का नाइट हाल्ट करना अपने आप में अभूतपूर्व बताया जा रहा है।
बल के अधिकारियों के अनुसार डीजी माहेश्वरी द्वारा मैदानी अमले के जवानों का हौसला बढ़ाने के लिए इस इलाके में प्रवास किया गया। बताया गया कि बुधवार को दंतेवाड़ा जिले के संवेदनशील इलाके अरनपुर में डीजी का प्रवास तय था लेकिन कतिपय कारणवश वे बुधवार दोपहर हेलीकाप्टर से जगदलपुर पहुंचे। यहां से विशेष विमान द्वारा वापस दिल्ली के लिए रवाना हो गए।
आंतरिक सुरक्षा सलाहकार समेत अर्धसैन्य बल प्रमुख का दौरा बस्तर में होने से जवानों का मनोबल बढ़ रहा है। राज्य पुलिस तथा अर्धसैन्य बलों के बीच बेहतर समन्वय से नक्सल उन्मूलन अभियान संचालित किया जा रहा है। - सुंदरराज पी, आइजी बस्तर
Posted By: Nai Dunia News Network
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