जांजगीर-चांपा । नगरपालिका जांजगीर नैला कर वसूली के मामले में गंभीर नहीं है। नपा द्वारा चालू वित्तीय वर्ष में समेकित कर, संपत्तिकर, जलकर और दुकान किराया का 4 करोड़ 36 लाख रूपए की कर वसूल किया जाना है, मगर नगर पालिका की उदासीनता के चलते 10 माह में मात्र 90 लाख 46 हजार रूपए की वसूली हो सकी है, जो लक्ष्य का 21 प्रतिशत है। नगर पालिका को दो माह में 3 करोड़ 46 लाख रूपए की वसूली करना है, जो असंभव है। ऐसे में नगरपालिका निर्धारित लक्ष्य से कोसों दूर है । जबकि जबकि पिछले वर्ष इसी अवध्ाि में 1 करोड़ 10 लाख रूपए की वसूली हो गई थी।

नगरपालिका जांजगीर नैला में चालू वित्तीय वर्ष 2022 -23 में 4 करोड़ 36 लाख कर वसूली का लक्ष्य रखा गया है। कर वसूली के मामले में नगर पालिका उदासीन है। इसके चलते कर्मचारियों को समय पर वेतन देने में परेशानी हो रही है। जानकारी के अनुसार नगर पालिका द्वारा पिछले वित्तीय वर्ष के बकाया कर को मिलाकर इस वर्ष नगरपालिका को संपत्ति कर, समेकित कर, जल कर आदि सहित 4 करोड़ 36 लाख रूपए की वसूली किया जाना है, मगर पालिका द्वारा केवल गिनती के कर्मचारियों के माध्यम से वसूली कराई जा रही है। नगरपालिका को विभिन्ना करों में 1 करोड़ 32 लाख 64 हजार रूपए वसूलना है। इसी तरह इस वर्ष 4 करोड़ 36 लाख रूपए वसूल किया जाना है, लेकिन नगरपालिका के द्वारा अप्रैल 2022 से 31 दिसंबर तक केवल 90 लाख 46 हजार रूपए की कर वसूली की गई है। नगर पालिका जलकर और यूजर चार्ज की वसूलने में कमजोर है। कर्मचारी अब तक जलकर 8.55 और यूजर चार्ज 0.21 प्रतिशत की कर वसूली सके हैं।

कर्मचारियों को दो माह से नहीं मिला वेतन

नगरपालिका के दैनिक वेतन भोगी कर्मियों का वेतन भी पालिका द्वारा वसूले गए कर से ही किया जा रहा है। कर वसूली नहीं होने से पालिका के कर्मचारियों को नियमित वेतन भुगतान नहीं हो रहा है। नगरपालिका की माली हालत कमजोर होने के कारण विभिन्ना प्रकार की समस्याओं का निराकरण भी नहीं पा रही है। समय पर वेतन नहीं मिलने से कर्मचारियों का भी काम के प्रति झुकाव नहीं दिख रहा है।

दुकानदारों पर 8 लाख 55 हजार किराया बकाया

नगर पालिका ने दुकान किराए पर दिया है मगर पालिका के कर्मचारी व्यापारियों से किराया वसूल नहीं कर पा रहे हैं। नगर के व्यापारी लाखों रुपए के कर्जदार हैं। व्यापारियों से नगर पालिका को 20 लाख 15 हजार रूपए किराया वसूल करना है। मगर पालिका के कर वसूली में लगे कर्मचारी व्यापारियों से अब तक 7 लाख 70 हजार रूपए ही वसूल पाएं है। जबकि 8 लाख 55 हजार रूपए किराया बकाया है। नगर पालिका इन बकायादारों को नोटिस देने की बात तो कहती है, लेकिन उस नोटिस का व्यापारियों पर कोई असर नहीं होता है। जबकि कुछ नागरिक जागरूकता का परिचय देते हुए जरूर नगर पालिका पहुंचकर टैक्स जमा कर रहे हैं।

घर - घर कर रहे संपर्क

टैक्स वसूली के लिए नगर पालिका के कर्मचारी बकायादारों से डोर टू डोर संपर्क कर रहे हैं, साथ ही लोगों को कर जमा करने के लिए जागरूक भी किया जा रहा है। कड़ाई बरतते हुए नोटिस भी दे रहे हैं लेकिन इसका असर नहीं दिख रहा है। लोग पालिका की संपत्ति का तो इस्तेमाल कर रहे हैं, लेकिन इसका टैक्स भरने से वे बचे रहे है। इसके अलावा सपुाई वाहनों के माध्यम से भी नगरवासियों से आग्रह किया जा रहा है।

संपत्तिकर वसूलने का भार गिनती के कर्मचारियों पर

नगर पालिका में राजस्व वसूलने के लिए कर्मचारियों की कमी बनी हुई है। संपत्तिकर वसूलने का भार गिनती के कर्मचारियों पर हैं। दुकान किराया, जल शुल्क वसूली के लिए कर्मचारी लगे हुए हैं। शहर में 27 वार्ड है, प्रत्येक वार्ड में कर वसूली के लिए कम से कम 3 - 4 कर्मचारियों की आवश्यकता पड़ती है, लेकिन वर्तमान में 1 -1 कर्मचारी के कंधे पर 4 - 5 वार्ड की जिम्मेदारी है। कर वसूली के लिए 22 कर्मचारी होना चाहिए, लेकिन चंद कर्मचारी ही वसूली का कार्य कर रहे हंै। इसके चलते परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

मार्च के बाद लगेगा एक हजार जुर्माना

नगर पालिका परिषद जांजगीर-नैला में समेकित कर जलकर एवं संपत्ति कर की राशि जमा करने के लिए सालाना के हिसाब से मार्च महीने का समय अंतिम होता है, वहीं अप्रैल महीने से नया वित्तीय वर्ष प्रारंभ हो जाता है। ऐसे में 31 मार्च तक राशि जमा नहीं कर पाने वाले उपभोक्ताओं से एक हजार रुपए का अतिरिक्त जुर्माना भी वसूल किया जाएगा। इस संबंध में पालिका प्रशासन द्वारा दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।

Posted By: Yogeshwar Sharma

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