जांजगीर - चांपा । आरबीआई के फैसले के बाद आज नोट बदलने का पहला दिन था। बैंक में आज लोगों को साल 2016 की तरह लंबी लाइनें और नोट बदलवाने को लेकर भीड़ दिखने की उम्मीद थी लेकिन इसके विपरीत पहले दिन बैंकों में सामान्य कारोबार रहा है। जिला मुख्यालय जांजगीर के एसबीआई, कोटक, बैंक आफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक में रोज की तरह काम हुआ । एसबीआई जांजगीर में लोगों की सुविधा के लिए अलग काउंटर बनाया गया था मगर जानकारी के अभाव में लोग भटकते नजर आए ।

भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई) ने शुक्रवार 19 मई को जारी किए गए निर्देश के बाद 2000 रुपये के नोट को बदलने का आज पहला दिन था जिसे लेकर बैंको की कुछ शाखाओं में आज सिर्फ छोटी कतारें देखी गई। जिला मुख्यालय जांजगीर के एसबीआई, कोटक महेंद्रा, बैंक आफ बड़ौदा, पंजाब नेशनल बैंक, राज्य ग्रामीण बैंक, जिला सहकारी बैंक में रोज की तरह काम हुआ । जिला मुख्यालय जांजगीर के एसबीआई मुख्य ब्रांच में लोगों की सुविधा के लिए अलग काउंटर बनाया गया था मगर जानकारी के अभाव में लोग भटकते नजर आए । बीते शुक्रवार को आरबीआई ने 2000 रुपये के नोट के सर्कुलेशन को बंद करने का निर्देश जारी किया था और साथ ही लोगों को 23 मई से नोट को बदलने या डिपाजिट करवाने की सुविधा दी जाने की बात कही थी। बैंकों में आज बहुत अधिक भीड़ नहीं देखी गई क्योंकि आरबीआई ने नोट को बदले के लिए चार महीने का समय दिया है और एक्सचेंज के लिए चलन में दो हजार के नोट कम है। निजी क्षेत्र के बैंकों में सामान्य रूप से ही कारोबार हुआ है।

बिना फार्म भरे एक्चेंज नहीं कर रहे नोट

आरबीआई के अनुसार एक व्यक्ति एक बार में 20 हजार रुपये तक की सीमा तक बिना कोई फार्म या मांग पर्ची भरे नोट की बदली कर सकता है। इसके अलावा, एक्चेंज के समय लोगों को किसी भी तरह की पहचान प्रमाण पत्र देने की जरूरत नहीं है। मगर जिला मुख्यालय के एसबीआई, कोटक सहित अन्य बैंकों में पुार्म के साथ ही आईडी प्रुपु लिया जा रहा है। बिना पुार्म भरे और आईडी प्रुफके नोट बदली नहीं किए जा रहे हैं।

बैंकों में डिपाजिट भी सामान्य

एसबीआई के ब्रांच मैनेजर तारकेश्वर सिंह कुर्रे ने बताया कि बैंकों में डिपाजिट को लेकर ज्यादा भीड़ देखने को नहीं मिली और हर दिन की तरह मौजूदा दिशा निर्देशों के तहत डिपाजिट स्वीकार किए गए। पहले दिन जिस भीड़ की उम्मीद की जा रही थी वो फिलहाल देखने को नहीं मिली।

2000 का नोट रहेगा वैध

आरबीआई के फैसले के बाद लोगों के मन में यह उलझन हो गई है की इस बार भी नवंबर 2016 में जैसे सरकार ने 500 और 1000 रुपये के नोट को लीगल टेंडर से बाहर कर दिया था वैसा ही इस बार भी हुआ है लेकिन आरबीआई ने अपने फैसले में यह बिल्कुल स्पष्ट कर दिया है कि 2000 रुपये के नोट लीगल टेंडर बने रहेंगे।

लोग खरीद रहे सोना

दो हजार के नोट खपाने लोग इन नोटों से सोने चांदी की गहनों की खरीदी कर रहे हैं। खाते में दो हजार के नोट जमा करने पर कोई सीमा निर्धारित नहीं है। इसके बाद भी लोग सोने चांदी की खरीदी इस नोट से कर रहे हैंवहीं लोग अपना उधारी भी इसी नोट से चुका रहे हैं। पेट्रोल टंकियों में भी दो हजार के नोट इन दिनों ज्यादा आ रहे हैं।

आरबीआई ने जनता को 30 सितंबर तक का समय दिया है ताकि लोग या तो 2000 रुपये के नोट को खातों में जमा कर दें या फिर उन्हें बैंकों में बदल दें। पहले दिन वैसी भीड़ नहीं थी जो पिछली बार देखने को मिली थी। लोगों को दिक्कत न हो इसके लिए अलग से एक काउंटर की व्यवस्था की गई है।

तारकेश्वर सिंह कुर्रे

ब्रांच मैनेजर, मुख्य शाखा एसबीआई जांजगीर

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
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