सक्ती (नईदुनिया न्यूज )। विकासखंड सक्ती अंतर्गत आने वाले ग्राम पंचायत बासीन खैरा में स्थित प्रसिद्घ तुर्रीधाम जहां बारहो माह भगवान शिव के लिंग पर प्राकृतिक रूप से जलाभिषेक निरंतर होते रहता है। इसे देखने प्रदेश सहित दूसरे प्रदेशों से श्रद्घालु श्रावण मास एवं महाशिवरात्रि पर्व पर बड़ी संख्या में दर्शन करने के लिए पहुंचते हैं। वैसे तो तुर्री धाम को पर्यटन स्थल के रूप में चिन्हित किया जा चुका है मगर इसे किस तरह से सजाया और संवारा जाए इसे लेकर जनप्रतिनिधियों ने कभी ध्यान नहीं दिया ।
प्रसिद्घ तुर्रीधाम के चारों ओर कई एकड़ जमीन खाली पड़ा है। इस खाली पड़ी जमीनों पर वृहद रूप सेसुंदरीकरण कर एक व्यवस्थित धार्मिक स्थल का रूप दिया जा सकता है। ज्ञात हो कि जिस तरह से चंद्रपुर के मां चंद्रहासिनी मंदिर के सुंदरीकरण किया गया है। प्रदेश के विभिन्ना धार्मिक एवं पर्यटन स्थलों पर जिस तरह से सुंदरीकरण को लेकर रूपरेखा तैयार की गई हैउसी तर्ज पर यहां भी सुंदरीकरण का कार्य कराया जाना चाहिए।
विस अध्यक्ष डा. महंत से की गई है मांग
ग्राम पंचायत बासीन के हीरालाल यादव ने बताया कि इस संबंध में विधानसभा अध्यक्ष और स्थानीय विधायक डा. महंत से मांग की गईहैऔर पूरी उम्मीद है कि डा. महंत जल्द ही इस दिशा मेंकदम उठाएंगे। उन्होंने कहा कि यहांसामुदायिक भवन हास्पिटल, व्यवस्थित गार्डन, वाटर पार्क, नाला में पिचिंग कार्य के अलावा अन्य सुंदरीकरण कराने की आवश्यकता है। तुर्री धाम की प्रसिद्घि को देखते हुए यहां शासन प्रशासन को बड़ेस्तर पर निर्माण कार्य के लिए राशि स्वीकृत करने ग्रामीणों की मांग को पूर्ण करना चाहिए।
सावन और महाशिवरात्रि पर उमड़ती है आस्था
सक्ती अनुविभाग मुख्यालय से13 किलोमीटर की दूरी पर स्थित तुर्री धाम में प्रतिवर्ष सावन के महीने में प्रत्येक सोमवार को भगवान शिव के भक्त प्रदेश सहित अन्य प्रदेशों से बड़ी संख्या में यहां जलाभिषेक करने के लिए पहुंचतेहैं। जहां ऐसे श्रद्घालुओं को भोजन एवं विश्राम के लिए समाजसेवीओं के द्वारा व्यवस्था की जाती। महाशिवरात्रि पर्व पर यहांमेले का भी आयोजन किया जाता है जिसमें भारी भीड़ उमड़ती है।
Posted By: Nai Dunia News Network
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