जांजगीर-चांपा (नईदुनिया न्यूज)। राष्ट्रीय कवि संगम बिलासपुर संभाग द्वारा आजादी के अमृत महोत्सव एवं गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर आनलाइन देशभक्ति काव्योत्सव का आयोजन किया गया जिसमें 6 जिलों के 26 कवियों द्वारा गूगल मीट के माध्यम से काव्यपाठ किया गया।

काव्योत्सव में कार्यक्रम अध्यक्ष जगदीश मित्तल ने कहा कि प्रत्येक कवि को वर्तमान समय में अपना दायित्व समझना होगा। जब तक कवि निष्पक्ष होकर कविता नहीं लिखेगा तब तक उस कवि एवं कविता को समाज स्वीकार नहीं करेगा। राष्ट्रीय भावना की कविताएं हमें भीतर से ऊर्जा देती है। सुभाष चंद्र बोस हमारे देश के युवा प्रेरणास्रोत हैं जिनसे देशभक्ति एवं निःस्वार्थ सेवा की शिक्षा ली जा सकती है। राष्ट्रीय महामंत्री डा. अशोक बत्रा ने गणतंत्र का अर्थ बताते हुए कहा देश तभी पूर्ण आजाद माना जाता है जब वह गणतांत्रिक होता है। आज देश कई समस्याओं से जूझ रहा है। देश के सजग नागरिक होने के नाते कवियों को इस पर गंभीरता से विचार कर समाधान निकालना होगा तभी काव्यकर्म मूर्त रूप प्राप्त करेगा। राष्ट्रीय सह महामंत्री महेश शर्मा ने बताया राष्ट्रीय कवि संगम पूरे देश में राष्ट्र जागरण का धर्म निभा रहा है। राष्ट्रीय कवि संगम के कवि शोषितों की वाणी को स्वर प्रदान कर रहे हैं। श्रीराम वनगमन पथ काव्य यात्रा के माध्यम से भी राष्ट्रीय कवि संगम रामराज की स्थापना एवं समाज को जगाने का प्रयास करेगा। काव्योत्सव में जिले से दिनेश रोहित चतुर्वेदी, विजय राठौर, प्रमोद आदित्य, संतोषी महंत श्रद्घा, उमाकांत टैगोर, अंकित राठौर, कोरबा जिला से गायत्री शर्मा प्रीत, आशा आजाद, कृष्ण कुमार चंद्रा, गीता विश्वकर्मा, अंजना ठाकुर बिलासपुर जिला से राघवेंद्र दुबेतथा अन्य जिले के कवियों ने कविता पाठ किया। कार्यक्रम का संचालन दिनेश रोहित चतुर्वेदी एवं आभार प्रदर्शन विजय राठौर ने किया।

Posted By: Nai Dunia News Network

छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़