मालखरौदा (नईदुनिया न्यूज)। ब्लाक मुख्यालय मालखरौदा में कई समस्याएं हैं। अब तक न तो इसे नगर पंचायत का दर्जा मिला और न ही बीरभांठा चौक से मालखरौदा तक गौरव पथ बन पाया है । यहां अनुविभागीय अधिकारी राजस्व कार्यालय खोलने की दिशा में भी कोई पहल जनप्रतिनिधियों ने की है। वहीं न ही व्यवहार न्यायालय के नए भवन के लिए राशि स्वीकृत नहीं हुई है। यहां तक कि उपपंजीयक कार्यालय एक कमरे में संचालित हो रहा है। जहां से हर साल एक करा़ेड से अधिक की राजस्व की प्राप्ति शासन को होती है। लेकिन यहां रजिस्ट्री कराने आने वाले ग्रामीणों को बैठने तक की सुविधा नहीं मिल पाती।
कांग्रेस सरकार का कार्यालय तीन साल हो गया। सक्ती को नया जिला बनाने की घोषणा भी हो गई मगर अनुसूचित जाति बाहुल्य वाले इस क्षेत्र का विकास नहीं हो सका है। बीरभांठा चौक से मालखरौदा ग्राम पंचायत तक 3 मीटर चौड़ी सड़क में हर पल दुर्घटना की आशंका बनी रहती है। दूरदराज से ब्लाक मुख्यालय अपने कार्यों को लेकर आने वाले ग्रामीणों को इससे परेशानी होती है । यहां बड़ी संख्या में स्कूली विद्यार्थी भी पढ़ने आते हैं उनको भी परेशानी होती है। सरकार बदलने और कांग्रेस के विधायक बनने से क्षेत्रवासियों को उम्मीद थी कि अब यहां का विकास होगा। मगर तीन साल बाद भी स्थिति जस की तस है। हालांकि विधायक ने क्षेत्र के कई सड़कों के निर्माण के लिए राशि स्वीकृत कराया है। वही अनुविभागीय अधिकारी कार्यालय सक्ती में होने के कारण क्षेत्र के लोगों को 20 किलोमीटर दूर सक्ती जाना पड़ता है जिससे क्षेत्र के लोगों का समय और धन की बर्बादी होती है। यहां तक कि आजादी के बाद से भारतीय स्टेट बैंक की शाखा तक ब्लाक मुख्यालय में नहीं खुल पाया है जो विडंबना है। इस संबंध में सरपंच संघ के जिला अध्यक्ष कुमार जितेंद्र बहादुर सिंह का कहना है कि इस संबंध में क्षेत्रीय विधायक से चर्चा कर सरकार तक मांगे रखी जाएगी। क्षेत्र का विकास इस साल के अंत तक होगा।
Posted By: Nai Dunia News Network