जशपुरनगर। नगर पालिका परिषद की सामान्य सभा की बैठक में बुधवार को अध्यक्ष और पार्षद निधी में कथित गड़बड़ी के मामले को लेकर जमकर हंगामा हुआ। सभा की बैठक में नाराज पार्षदों ने निधि की पूरी जानकारी उपलब्ध कराने की पुरजोर मांग की। जानकारी न मिलने पर पार्षदों ने कानूनी कार्रवाई की चेतावनी भी दी है। परिषद की बैठक की शुरूआत जतरा मेला के आयोजन को स्वीकृति देने के विषय से शुरू हुई। इस पर सभापति विक्रांत सिंह ने गौशाला को नीलामी की राशि 26 लाख 84 हजार रुपये में से 20 लाख रुपये गौशाला को दिए जाने का प्रस्ताव रखा। उनके इस प्रस्ताव पर सभी पार्षदों ने सहमति जताई। पार्षदों का कहना था कि जतरा मेला का आयोजन गौशाला की जमीन पर किया जा रहा है। इसलिए इस राशि का उपयोग नगरवासियों की भावना के अनुरूप गौशाला के विकास के लिए खर्च होना चाहिए। हालांकि पार्षदों की इस मांग पर सरकारी नियम का पेंच फंस गया है। मेला के आयोजन से नगरपालिका को मिलने वाली इस राशि का इतना बड़ा हिस्सा किस नियम के तहत नगर सरकार गौशाला समिति को देगी। अभी यह स्पष्ट नहीं हो पाया है। बैठक में अधोसंरचना मद के अंर्तगत सीसी रोड और नाली निर्माण की स्वीकृति पर चर्चा के दौरान एमएस कंस्ट्रक्शन कंपनी द्वारा शहर के विभिन्ना वार्डों में कराएं जा रहे गुणवत्ताविहिन कार्यो पर पार्षदों ने जमकर नाराजगी जताई। पार्षदों का कहना था कि यह कंपनी निर्माण कार्य समय पर नहीं कराती। इसके कई काम या तो शुरू ही नहीं हो पाएं हैं अथवा अधूरे पड़े हुए हैं। पार्षदों ने एक स्वर में इसके खिलाफ कार्रवाई की मांग की। परिषद ने इस कंपनी को अधूरे निर्माण कार्यो को 15 फरवरी तक पूरा कराने का अंतिम अवसर देने का निर्णय किया। तय समय सीमा में निर्माण कार्य पूरा न किये जाने पर इस कंपनी को पालिका की काली सूची में डाल कर,प्रतिबंधित किये जाने की कठोर कार्रवाई की जाएगी। परिषद की बैठक में सामाजिक पेंशन से संबंधित प्रकरणों को स्वीकृति दी गई।
Posted By: Yogeshwar Sharma
- Font Size
- Close