जशपुरनगर। हाथी का बच्चा भटककर बस्ती के समीप आ जाने की खबर से वन विभाग का अमला सक्रिय हो गया। डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय सहित वन विभाग के अधिकारी तत्काल घटनास्थल की ओर दौड़े। हालांकि हाथी के उम्र को लेकर असमंजस की स्थिति बनी रही। प्रत्यक्षदर्शी ग्रामीण जहां भटके हुए हाथी को कम उम्र का और बीमार बता रहे हैं। वहीं वन विभाग इसे व्यस्क बता रहा है।

मामला जिले के तपकरा वनपरिक्षेत्र के ग्राम मृगखोल की है। जानकारी के अनुसार इस गांव के बस्ती में बुधवार की सुबह एक हाथी का बच्चा घुस आया। अनुमान लगाया जा रहा है कि उक्त हाथी का बच्चा किसी कारणवश अपने दल से बिछड़ कर अलग हो गया है। ग्रामीणों ने इसकी सूचना वनविभाग को दिया। स्थानीय बीटगार्ड और वनपरिक्षेत्रााधिकारी तत्काल मृगखोल पहुंचे और हाथी के बच्चे पर नजर रखना शुरू किया। हाथी कुछ देर तक बस्ती के आसपास घूमने के बाद वह ओडिशा की जंगल की ओर वापस चला गया। देर शाम तक तक डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय सहित वनविभाग के अधिकारी मृगखोल में डेरा जमाए हुए हैं। उल्लेखनीय है कि बीते साल सितंबर माह में तपकरा के समडमा गांव में इसी तरह से दल से बिछड़ कर हाथी का बच्चा बस्ती में पहुंच गया था। इस हाथी के बच्चे के साथ खेलते हुए वीडियो बनाकर स्थानीय ग्रामीणों ने इंटरनेट मीडिया में प्रसारित कर दिया था। इससे अचंभित हुए वनविभाग के अधिकारियों ने मौके में पहुंच कर हाथी के बच्चे को समडमा के स्कूल भवन में सुरक्षित किया था। निरीक्षण के दौरान हाथी के बच्चे के शरीर में चोट के निशान पाए गए थे। बिलासपुर और अंबिकापुर से आए चिकित्सकों व विशेषज्ञों की उपस्थिति में हाथी के बच्चे का इलाज किया गया था। लेकिन वन विभाग के लगातार प्रयास के बाद भी हाथी के बच्चे को उसके दल से नहीं मिला जा सका और आखिर में उसे सरगुजा के रमकोला रेस्क्यू सेंटर में संरक्षित किया गया है। जाहिर है साल भर के अंदर हाथी के दूसरे बच्चे के भटककर आ जाने से वन विभाग के अफसर चिंतित हैं। इस मामले में नईदुनिया ने डीएफओ जितेन्द्र उपाध्याय से उनके मोबाइल पर बात करने की कोशिश की लेकिन कवरेज क्षेत्र से बाहर होने के कारण उनसे संपर्क नहीं हो पाया।

ओडिशा से आने की संभावना

स्थानीय ग्रामीणों का मानना है कि हाथी का बच्चा ओडिशा की ओर भटक कर मृगखोल पहुंचा है। ग्राम मृगखोल छत्तीसगढ़ और ओडिशा की अंतरराज्यीय सीमा के पास में बसा हुआ गांव है। यहां से ओडिशा के सुंदरगढ़ जिले की सीमा लगी हुई है। चारो ओर घना जंगल है। ऐसे में हाथी के बच्चे के जंगल में घुस जाने से उसे खोज पाना मुश्किल भरा काम हो सकता है।

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Posted By: Yogeshwar Sharma

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