कांकेर। समर्थन मूल्य पर धान खरीदी की तिथि बढ़ाए जाने और बेमौसम बारिश के कारण किसानों को हुए नुकसान का मुआवजा किसानों को दिए जाने की मांग को लेकर भाजपा किसान मोर्चा ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन जिला प्रशासन को सौंपा।

भाजपा किसान मोर्चा के पदाधिकारी मंगलवार को जिला कार्यालय पहुंचे। जहां उन्होंने कलेक्टर चंदन कुमार को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा। भाजपाइयों ने बताया कि छत्तीसगढ़ सरकार द्वारा धान खरीदी एक माह विलंब से प्रारंभ की गई थी। राज्य सरकार के किसानों के प्रति उदासीनता की वजह से प्रदेश के किसान परेशान हैं। छत्तीसगढ़ किसान मोर्चा भाजपा की मांग है कि शासन द्वारा धान खरीदी 31 जनवरी तक होनी है।

जिसमें दिसंबर माह के अंतिम सप्ताह और जनवरी के दूसरे सप्ताह में बेमौसम बारिश होने के कारण खरीदी प्रभावित रहा। प्रदेश भर में लगभग एक तिहाई से ज्यादा किसान अब तक अपनी उपज की बिक्री नहीं कर पाए हैं। धान खरीदी के लिए समय बहुत कम बचा है। जिसके चलते किसान परेशान हैं।

उन्होंने राज्यपाल से मांग की कि किसानों की परेशानियों को देखते हुए धान खरीदी की समय सीमा में एक माह की वृद्धि करने के लिए सरकार को निर्देशित करें। बेमौसम बारिश के कारण रबी फसलें चना, सरसों, लाख-लाखड़ी व अन्य फसलों को अत्यधिक नुकसान पहुंचा है। जिससे किसान चिंतित हैं।

भू राजस्व संहिता की धारा 6-4 के तहत राज्य सरकार प्रभावित किसानों को मुआवजा दिया जाए और प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत किसानों के क्षति का आंकलन करा कर मुआवजा प्रदान किया जाए। शासन द्वारा निर्धारित धान खरीदी नीति के अनुसार उपार्जन केन्द्रों से धान का उठाव समयावधि में नहीं हो रहा है।

नियमानुसार बफर लिमिट से ज्यादा धान नहीं होना चाहिए, जिसका समय पर उठाव किया जाए। रबी फसल के लिए किसानों को यूरिया, डीएपी, पोटाश व अन्य खाद के लिए भटकना पड़ रहा है। किसानों को खाद की उपलब्ध कराया जाए। भाजपा किसान मोर्चा ने कहा कि मांग पूरी नहीं होने पर उग्र आंदोलन किया जाएगा।

इस दौरान भाजपा किसान मोर्चा जिलाध्यक्ष विजय मंडावी, वरिष्ठ भाजपाई सुमित्रा मारकोले, ब्रम्हानंद नेताम, भरत मटियारा, आलोक ठाकुर, राजेंद्र गौर सहित अन्य भाजपाई मौजूद थे।

Posted By: Nai Dunia News Network

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