कांकेर। मलांजकुडुंम की महिला का चर्च के प्रार्थना में शामिल होने के कारण स्वजनों ने बच्चे का अंतिम संस्कार नहीं करने की बात से घर बेघर महिला का कोतवाली पुलिस ने रेस्क्यू कर मृत बच्चे का अंतिम संस्कार कांकेर स्थित मुक्तिधाम में करवाया। बच्चा कुपोषित था, लंबे समय से बीमार होने की वजह से शनिवार को उसकी मौत हो गई थी।

शहर से 15 किमी दूर स्थित मलांजकुडुम में रविवार की सुबह महिला की अपने दो वर्षीय मृत्त बच्चे के साथ सड़क पर बैठे होने की सूचना मिलने पर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची। मलांजकुडुंम निवासी 24 वर्षीय मानसो बाई गावड़े का विवाह चार वर्ष पूर्व अंतागढ़ विकासखंड के मूरागांव निवासी लक्ष्मण गावड़े से हुआ था। विवाह के एक वर्ष बाद कोमिता का जन्म हुआ जो जन्म से कुपोषित थी।

पुत्री के जन्म के बाद से मानसो बाई गावड़े बीमार रहने लगी। जिसका उपचार उसके पति व स्वजनों द्वारा नहीं करवाया गया। बीमार रहने की वजह से एक वर्ष पूर्व मानसो बाई के पति लक्ष्मण गावड़े ने उसके मायके मलांजकुडुंम में लाकर छोड़ दिया। तीन वर्षीय कुपोषित पुत्री कोमिता को सही उपचार नहीं मिलने की वजह से शनिवार को उसकी मृत्यु हो गई।

मानसो बाई ने गावड़े ने बताया कि एक वर्ष पूर्व बीमार रहने की वजह से मायके में छोड़ देने के बाद मानसो बाई के पिता लच्छू ने उपचार के लिए गांव के सिरहा के घर जाने कहा सिरहा की बेटी जो कि चर्च के प्रार्थना में शामिल होने तुमसनार जाया करती है। मानसो बाई को भी चर्च के प्रार्थना में ले जाया करती थी। चर्च के प्रार्थना में शामिल होने से स्वजनों को आपत्ति थी।

जिसके कारण मानसो बाई के दो वर्षीय कुपोषित पुत्री का अंतिम संस्कार के लिए मना कर दिया। शुक्रवार को पुत्री की तबियत बिगड़ते देख मायके व ससुराल वालों से मदद की गुहार लगाई लेकिन किसी ने मदद नहीं किया और मारपीट कर भगा दिया। शनिवार सुबह 8 बजे उसकी पुत्री की मृत्यु हो गई।

महिला ने थाने में की थी शिकायत

मानसो बाई गावड़े ने बताया कि एक वर्ष पूर्व महिला के पति लक्ष्मण गावड़े के खिलाफ कोतवाली थाना में शिकायत की थी। बोरवेल्स में कार्य करने वाले लक्ष्मण गावड़े मानसो बाई के बीमार रहने की वजह से मारपीट करता था। जिसपर महिला के पति लक्ष्मण गावड़े ने आपसी सहमति से कुपोषित पुत्री का उपचार करवाने तथा साथ रहने की बात कही थी। कुछ दिन साथ रहने के बाद मारपीट कर मायके छोड़ दिया गया। उचित उपचार न मिलने की वजह से कुपोषित पुत्री की मृत्यु हो गई। मृत्यु के बाद अंतिम संस्कार करने से भी मना कर दिया।

कांकेर कोतवाली थाना प्रभारी शरद दुबे ने कहा कि राहगीरों की सूचना पर महिला को रेस्क्यू कर मृत बच्चे का अंतिम संस्कार किया गया है। अंतिम संस्कार कर पुलिस ने महिला को सखी वन स्टाप सेंटर में रखा है। महिला के स्वजनों से संपर्क कर आगे की कार्यवाही की जाएगी।

Posted By: Nai Dunia News Network

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