कांकेर। जिले के पखांजूर थाना अंतर्गत गांव कमलपुर में पत्नी ने शक में पति के खिलाफ बेबुनियाद आरोप लगा गांव में सामाजिक बैठक बुला ली। गंभीर आरोप होने के बावजूद समाज ने उसकी कोई पड़ताल नहीं की और किसी आरोपित की तरह पति व उसके परिचित को लोगों ने पकड़ कर बैठक में लाए ।जहां सुनवाई से पहले ही मौजूद लोगांे ने अपना फैसला दे दिया और पति की जमकर पिटाई कर दी।
साथ ही परिचित पर आरोप लगाया कि वह महिला के आरोपित पति को बचाने घर में छुपा कर रखा था। जिससे उसे भरी बैठक में जूतों का हार पहना समाज प्रमुखों ने हाथ जोड़ पैर पड़ कर उस गुनाह के लिए माफी मंगवाया जिसे उसने किया ही नहीं।
इसके बाद मामले की जांच में पत्नी का आरोप बेबुनियाद निकला। जिस पर समाज प्रमुखों ने दोनों को घर जाने छोड़ दिया। इस घटना से दोनों पीड़ीत क्षुब्ध थे लेकिन समाज के दबाव के कारण खामोश रहे। बेबुनियाद आरोप के बाद परिचित के साथ जो हुआ उसका समाज के कुछ लोगों ने विडियो बना वायरल कर दिया। जिससे उसके मान सम्मान को ठेस पहुंची तो वह इंसाफ मांगने पुलिस में इस पूरी घटना की शिकायत कर दी।
कमलपुर निवासी केनाराम मंडल की पत्नी की मौत के बाद उसने 8 माह पूर्व एक अन्य महिला से शादी कर ली। दूसरी पत्नी प्रतिमा मंडल को पति के साथ रहना रास नहीं आ रहा था तथा वह किसी तरह रिश्ता तोड़ कर वापस जाने उधेड़बुन में लगी रही। पति के अनुसार जिसके चलते उसने उसकी बेटी के साथ ही अवैध संबंध होने की शिकायत समाज में कर दी। लेकिन पिता ने इसे बेबुनियाद बताते इसकी जांच कराने तक की मांग। इस बेबुनियाद आरोप से सार्वजनिक बैठक में बेटी की बदनामी होगी।
पिता ने इसके लिए पुलिस में शिकायत कर निष्पक्ष जांच की मांग की। यहां तक कहा यदि वह गलत पाया जाता है तो उसे फांसी दे देना। लेकिन इसकी पहले जांच हो। लेकिन इधर पत्नी के आवेदन पर समाज ने 22 जनवरी को सार्वजनिक बैठक रख दी। जिसमें बेवजह बदनामी के चलते पिता बेटी को लेकर जाना नहीं चाहता था। जिससे वह बैठक में नहीं गया। यही बात समाज प्रमुखों को नागवार गुजरी और उसकी खोजबीन शुरू की।
इस दौरान वह गांव से 4 किमी दूर खेत में बने अपने एक परिचित निर्मल सुत्रधर के साथ पहुंचा था। निर्मल को इसकी जानकारी भी नहीं थी कि गांव में कोई बैठक है। केनाराम व निर्मल के अनुसार गांव में मिटिंग शुरू हुई तो दल बल के साथ पुलिस फोर्स गांव में पहुंची लेकिन दोनों को सुरक्षा देते वहां से निकाल कर बाहर लाने के बजाए समाजिक मामला होने के कारण वहीं छोड़ दिया। इसके बाद समाज के लोगों का हौसला बढ़ गया।
भीड़ में उठे एक युवक ने निर्मल पर केनाराम को बचाने का आरोप लगा उसे जूतों का हार पहना दिया। इसके बाद समाज ने उसे सभी से हाथ जोड़ पैर पकड़ माफी मांगने कहा। जिससे निर्मल ने बैठक में बैठ सभी के सामने हाथ जोड़ पैर पकड़ उस गुनाह की माफी मांगी जिसे वह किया ही नहीं था। इसके बाद उस वहां से वापस जाने कहा गया।
पत्नी ने कहा उसे गलती हुई माफ करें
इधर निर्मल के जाने के बाद केनाराम का प्रकरण शुरू हुआ लेकिन उसकी सुनवाई से पहले उसकी बैठक में पिटाई की गई। इसके बाद मामले की जांच की तो आरोप निराधार पाया गया। जिसके बाद पत्नी ने समाज में माफी मांगी। जिस पर समाज ने पति पत्नी को साथ में जाने वह रहने घर भेज दिया।
अपमान के चलते खुदकुशी की तैयारी में था पीड़ित
बैठक में जूतों का हार पहना व उसका विडियो वायरल करने से निर्मल काफी क्षुब्ध था। इस बदनामी के चलते वह रस्सी लेकर फांसी लगाने घर से निकल गया था। जब इसकी जानकरी परिजनों को हुई तो वे उसे रास्ते में ही रोक समझाया व घर लाया। जिसके बाद वह 3 फरवरी को मामले की शिकायत पखांजूर थाना में किया। जिससे यह घटना सामने आई और मामले में पुलिस ने प्रविण बनिक, सुमित बनिक, सान्तनू हालदार, विश्व सरदार, कोटाई पाल तथा प्रदीप्त बनिक के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत अपराध पंजीबद्ध किया।
मारपीट करने व जूता पहनाने वालों को नहीं जानता
समाज प्रमुख समीर हालदार ने कहा दोनों को घर से लाने, बैठक में मारपीट करने व हार पहनाने वालों को वह नहीं जानता। पत्नी के आरोप की जांच की गई जो निराधार पाया गया। इसे लेकर पत्नी ने बैठक में माफी मांगी है। दोनों को साथ में रहने वापस घर भेज दिया गया।
पखांजूर थाना प्रभारी मोरध्वज देशमुख ने कहा फोटो विडियो मांगने किसने मांगा इसकी जांच की जाएगी। जो दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई होगी। शिकायत के बाद मामले में आरोपियों के खिलाफ अपराध पंजीबद्ध किया गया है। जल्द ही उनकी गिरफ्तारी कर ली जाएगी।
Posted By: Pramod Sahu
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