कवर्धा (नईदुनिया न्यूज़)| प्रसिद्ध कथा वाचक पंडित प्रदीप मिश्रा का शिवपुराण कथा कराने 73 वर्षीय बुजुर्ग ने सोने चांदी समेत 15 लाख रुपए जोड़े थे। लेकिन, अज्ञात चोर ने उनके घर से धावा बोला और मंहगे गहने समेत नगद 11 लाख रुपए ले उड़े है। यह वारदात शहर के कैलाश नगर में रिटायर्ड कर्मचारी के यहां हुई है। पीड़ित की रिपोर्ट पर पुलिस ने अज्ञात चोर के खिलाफ कोतवाली थाना में धारा 457, 380 के तहत मामला दर्ज कर लिया है। थाना से मिली जानकारी अनुसार इस मामले में पीड़ित होलचंद बापुरे 73 वर्ष है।
उन्होंने अपने आवेदन में बताया है कि 29 जनवरी को वे बेमेतरा अपने दामाद रामावतार कश्यप के यहां भागवत सुनने के लिए गए हुए थे। 4 फरवरी की सुबह मोहल्ला के लोगो द्वारा मोबाईल से बताया गया कि आपके घर का ताला टूटा हुआ है। तब होलचंद व उनके दामाद रामावतार के साथ आकर देखा तो घर का दरवाजा टूटा हुआ था। घर के अंदर घुसने पर घर अंदर रखा गोदरेज आलमारी टूटा हुआ था।
गोदरेज के अंदर रखे नगदी रकम लगभग 11 लाख रुपए, सोने का झुमका लगभग दो तोला समेत अन्य मंहगे-मंहगे गहने नहीं थी। नगद 11 लाख रुपए व अन्य आभूषण कुल 15 लाख रुपए को अज्ञात चोर चोरी कर ले गया है। इस मामले में पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर विवेचना में ले लिया है।
जमीन को बेचकर कथा कराने वाला था बुजुर्ग
इस बड़े चोरी की वारदात के बाद बुजुर्ग व उनके परिवार के लोगों को काफी पीड़ा हो रही है। क्योंकि बुजुर्ग अपने जमीन को बेचकर कथा का आयोजन करना चाहता था। जिस दिन चोरी हुआ, उस दिन वे बेमेतरा में शंकराचार्य का कार्यक्रम में कथा सुनने गए थे। चोरी की घटना के बाद वार्ड के लोगों में भी डर है। क्योंकि, जिस क्षेत्र में यह चोरी की वारदात हुई है, वह शहर का पॉस एरिया माना जाता है। हालांकि पुलिस की जांच शुरू हो गई है। पुलिस का दावा है कि जल्द आरोपी उनके गिरफ्त में होगा।
पुराने चोरी के मामले का अब तक खुलासा नहीं
कवर्धा शहर के आए दिन पॉश एरिया से चोरी की मामले सामने आते है। वर्ष 2021 में अगस्त माह में कलेक्टोरेट कॉलोनी जैसे सबसे सुरक्षित क्षेत्र में कई चोरी की वारदात हुई थी। उस मामले का अब तक खुलासा नहीं हो सका है। कलेक्ट्रेट कालोनी को शहर का वीआइपी एरिया माना जाता है। इस क्षेत्र में कलेक्टर, एसपी समेत कई बड़े अफसरों का निवास है। इस क्षेत्र में चोरी की घटना ने पुलिस की रात्रि गश्त की पोल खोल दी थी।
शहर में पूरे दिन सभी प्रमुख चौक-चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती रहती है। रात में सभी चौक-चौराहे भगवान के भरोसे ही रहते हैं। यही कारण है कि कई मामले में चोरी कर चोर आसानी से निकल गए। शहर ही नहीं, बल्कि जिले के कस्बाई और ग्रामीणों इलाकों में लगातार चोरियों का ग्राफ बढ़ रहा है। चोरी की घटना होने के बाद आरोपित को पकड़ पाने में पुलिस अब तक नाकाम है।
Posted By: Pramod Sahu