कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बाल्को संयंत्र से निकलने वाले मलबे में दबने से नाबालिग की मौत हो गई है। हाईवा से मलबा गिराने से पहले ही नाबालिग लपक कर मलबे के बीच से लोहा निकालने का प्रयास किया और खुद चपेट में आ गया। मलबा की गाड़ी देखते ही आसपास के लोग टूट पड़ते हैं। काफी समय से इस तरह की दुर्घटना की आशंका बनी हुई थी।

बाल्को में स्मेल्टर संयंत्र 5.25 टन विस्तार इकाई का काम किया जा रहा है। निर्माण स्थल पर पड़े पुराने संयंत्र के मलबा को संयंत्र परिसर से बाहर बेलगरी बस्ती के पास फेंका जा रहा। प्रतिदिन दर्जनों हाईवा यहां पहुंच रहे। मलबे के साथ अंदर से एल्यूमिनियम व लोहे के स्क्रेप भी बाहर फेंके जा रहे। कबाड़ एकत्रित करने के लालच में आसपास के बस्ती में रहने वाले लोगों में मलबा गिरने से पहले ही कबाड़ हथिया लेने की होड़ मची रहती है। दिन- रात 24 घंटे मलबा फेंकने का काम चल रहा। शनिवार व रविवार की दरम्यानी रात करीब तीन बजे एक हाईवा मलबा लेकर पहुंचा। सबसे पहले मलबे के अंदर से लोहा बाहर निकाल लेने की होड़ में बेलगिरी बस्ती निवासी 16 वर्षीय रोशन राजपूत पिता सहदेव राजपूत की जान चली गई।

बताया जा रहा है कि हाईवा से कुछ मलबा ही बाहर गिरा, उससे लोहा निकालने के कोशिश किया और हाईवा का शेष मलबा उसके ऊपर गिर गया। दबने से उसकी मौत हो गई। इस तरह की घटना का पुनरावृत्ति न हो,इसके लिए बाल्को प्रबंधन व पुलिस को सतर्कता बरतनी होगी। बहरहाल पुलिस मर्ग का मामला पंजीबद्ध कर कार्रवाई कर रही। शव का पंचनामा कर पोस्टमार्टम करा अंतिम संस्कार के लिए स्वजनों को सौंप दिया गया।

Posted By: Nai Dunia News Network

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