कोरबा (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बेमौसम हुई वर्षा ने ग्रीष्म की फसल लेने वाले किसानों के लिए परेशानी खड़ी कर दी है। टमाटर, फूल गोभी और मिर्ची के पौधों में बीमारी पनपने लगी है। वहीं पंडरीपानी, बेंदरकोना, कुरूडीह व करमंदी सहित आसपास के गांवों में लगाए गए 40 एकड़ से भी अधिक गेहूं के फसल तेज हवा की वह से धराशायी हो गए हैं। जिले में दो दिनों के भीतर 20.13 मिमी वर्षा हो चुकी है। आगामी दो दिनों तक मौसम असमान्य रहने की संभावना है। ऐसे नुकसान में वृद्धि की आशंका ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है।

पिछले 48 घंटे से मौसम में बदमिजाजी का आलम है। वर्षा के साथ वातावरण में नमी घुल गई है। जिसका सीधा असर मौसमी फसलों पर पड़ने लगा हैं। धान के बदले अन्य फसल और कम लागत में अधिक उत्पादन को प्रोत्साहित किए जाने के कारण इस वर्ष किसानों ने गेहूं, अलसी और सब्जी की फसल ली है। चार दिन पहले मौसम साफ होने की वजह से किसानों ने कटाई की तैयारी शुरू कर दी थी। इसके लिए खेतों से पानी का भराव कम किया जा रहा था। ग्राम पंडरीपानी के किसान छोटे लाल पटेल ने बताया कि बेमौस वर्षा की वजह गेहूं फसल को काफी नुकसान हुआ है। मिर्ची की फसल में बीमारियां आने लगी है। व्यवसायिक खेती करने वाले कोरबा निवासी सुरेश निर्मलकर का कहना है कि सर्वाधिक नुकसान टमाटर की फसल को हुआ है। फूल गोभी की फसल पर वर्षा विपरीत असर देखा जा रहा है। अनाज और सब्जी के अलावा दलहन फसलों में चना की कटाई के लिए वर्षा बाधा बनी हुई हैं। मौसम विज्ञान ने आगामी दो दिनों तक आसमान में बदली के साथ बूंदा-बांदी की संभावना व्यक्त की है। बताना होगा शुक्रवार की तुलना में शनिवार को वर्षा का व्यापक असर रहा है। पोड़ी उपरोडा और कोरबा तहसील में अधिक वर्षा दर्ज की गई है।

रागी व कोदो के बीज अंकुरण पर असर रू मोटा अनाज को बढ़ावा देने के लिए जिला कृषि विभाग की ओर से किसानों को सतत सहयोग किया जा रहा है। जिल में इन दिनों 380 हेक्टेयर में सिकानों ने रागी व कोदो-कुटकी की फसल लगा रखी है। खरीफ के बजाए ग्रीष्म इन फसलों की पैदावार अधिक होती है। पिछले दो दिनो से हो रही वर्षा का अंकुरित हो रहे बीजों का विपरीत असर हो रहा रहा। तिलहन फसल में मूंगफली के फूलों पर कीट प्रकोप का असर देखा जा रहा। मौसम साफ नहीं होने से उपज पर असर होगा।

रविवार का संभावित मौसम

न 3.0 मिलीमीटर वर्षा

न 32.0 डिग्री सेल्सियस

अधिकतम तापमान

न 21.0 डिग्री सेल्सियस

न्यूनतम तापमान

न 5.0 किलोमीटर हवा की

गति प्रतिघंटा

आगामी दो दिनों तक मौसम उतार चढ़ाव के साथ हल्की बर्षा संभावना है। किसानों को सलाह दी जा रही है कि वे कटे फसल को सूखे स्थान पर रखें। खेतों में पानी की सिंचाई न करें। फूल व पत्ता गोभी में बीमारी बढ़े इससे पहले सब्जियों की कटाई कर बाजार में बिक्री करना सुनिश्चत करें।

-संजय भेलावे, मौसम वैज्ञानिक, कृषि विज्ञान केंद्र लखनपुर कटघोरा

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
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