महासमुंद। मौसम विज्ञानियों के पूर्वानुमान अनुरूप रविवार सुबह छह बजे तेज हवाएं चली। बाद करीब आधे घंटे तक बारिश हुई। बारिश महासमुंद, बागबाहरा, तेंदुकोना, झलप सहित जिले के कमोबेश सभी क्षेत्रों में हुई।
इधर बारिश थमने के बाद दिनभर काले बादल छाए रहे, जिससे लोगो मे बारिश होने का अंदेशा बना रहा। बारिश होने के बाद से सर्दी फिर से बढ़ गई। लोग दिनभर गर्म कपड़े में नजर आए।
कैप कवर में बंद रहे बारदाने
धान खरीदी केंद्रों में बारिश के पूर्वानुमान के मद्देनजर रात से ही स्टेक पर कैप कवर डाल दिये गए थे। सुबह बारिश से कहीं भी धान भींगने की ख़बर नहीं है। हालांकि कीचड़ जरूर हुए हैं। बावजूद इसके बारिश कुछ देर तक ही रहने से दिनभर में कीचड़ सूख गए। जिससे सोमवार को खरीदी प्रभावित रहने जैसे हालात कहीं नहीं है।
इधर दिनभर बारिश होने का अंदेशा बना रहा, जिससे केंद्रों में कैप कवर नहीं खोले गए।
समय बढ़ने से किसान खुश, मौसम से चिंतित
राज्य सरकार ने समर्थन मूल्य पर खरीफ धान खरीदी की समय सीमा सात फरवरी तक बढ़ा दी है। पंजीकृत किसान सात फरवरी तक धान बेच पाएंगे। सरकार के इस निर्णय से किसान खुश हैं। 31 जनवरी को बंद होने वाली खरीदी अब सात फरवरी तक होगी। धान खरीदी के लिए अब करीब 10 दिन का समय ही शेष है, जो किसानो व समितियों को मिला है। इधर मौसम में बदलाव से किसान चिंता में हैं। अब यदि अधिक बारिश हुई तो फिर से केंद्र बंद न हो जाये, यह चिंता किसानों को परेशान कर रही है। हालांकि रविवार को हुई बारिश सामान्य रही।
मौसम से नदी बाड़ी किसान फिर चिंता में
महानदी सहित नदी के रेत में ग्रीष्मकालीन फसल लेने वाले किसानों की संख्या जिले में बड़ी है। ये किसान रेत पर छह से आठ माह खेती करते हैं। तरबुझ खरबुझ उगाते हैं। इसका अच्छा मार्केट प्रदेश व इससे बाहर है। इस बार नवंबर, दिसम्बर में हुई बारिश से किसानों को नुकसान हुआ है। रेत के मेड़, बीज खाद खराब हुए।
ऐसा दो बार हुआ, बार बार लागत लग़ाकर किसान आर्थिक रूप से कमजोर हुए हैं। अब बदले मौसम और बारिश की आशंका से किसान फिर से चिंतित हैं। हालांकि नदी बाडी खेती का रकबा इस बार लगातार बारिश से कम हुआ है। किसान ज्यादा लागत लगाने की स्थिति में नहीं हैं। किसानों ने फिर से फसल लेने की हिम्मत जुटाई है। इस हिम्मत पर बदला मौसम भारी पड़ रहा है। किसानों ने बताया कि मौसम बार बार उनके हौसले की परीक्षा ले रहा है।
Posted By: Nai Dunia News Network