महासमुंद। प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज महासमुंद युवा प्रकोष्ठ के जिला मीडिया प्रभारी व पत्रकार सोमनाथ टोंडेकर के साथ शनिवार को जानलेवा हमला हुआ, साथ ही जातिगत गाली-गलौज कर अपमान किया गया।
कबाड़ कारोबारी सुबोध गुप्ता पर पुलिस ने गली गलौज, जान से मारने की धमकी, मारपीट का ही मामला दर्ज किया है, जबकि एससी एसटी अत्याचार निवारण अधिनियम के तहत कार्रवाई नहीं की।
दर्ज एफआइआर में एक्ट्रोसिटी एक्ट की धारा जोड़कर त्वरित गिरफ्तारी की मांग को लेकर समाज के नेताओं ने टीआइ से चर्चा की। प्रगतिशील छत्तीसगढ़ सतनामी समाज एवं सर्व आदिवासी समाज ने थाना प्रभारी बागबाहरा को ज्ञापन देकर कबाड़ कारोबारी पर कार्रवाई करने की मांग की है।
थाना प्रभारी होम क्वारंटाइन होने के कारण मोबाइल से प्रतिनिधि मंडल से चर्चा में बताया कि सक्षम अधिकारी द्वारा तीन चार दिनों में जांचकर त्वरित कार्यवाही करने का आश्वासन दिया है।
प्रतिनिधि मंडल में सर्व आदिवासी समाज से भीखम ठाकुर जिलाध्यक्ष, फुलसिंह ध्रुव ब्लाक अध्यक्ष बागबाहरा, डिंपल ध्रुव जिलाध्यक्ष महिला प्रभाग, मोहर दीवान व प्रगतिशील छग सतनामी समाज से जिला कार्यकारिणी सदस्य विजय बंजारे, रेखराम बघेल जिलाध्यक्ष युवा प्रकोष्ठ, जिला उपाध्यक्ष, डा. विजय चतुर्वेदी, बागबाहरा ब्लाक अध्यक्ष तरुण व्यवहार, जिला सचिव तेजराम चौलिक ,आत्माराम मारकंडेय, सोमनाथ टोंडेकर, देवेन्द्र टंडन, सोनु टंडन, पुरन महिलांग अभिजीत मारकंडेय, गुणनीधि मारकंडेय, कृष्णा नारंग उपस्थित थे
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जिलेभर के पत्रकारों में आक्रोश व्याप्त
बागबाहरा नगर के बीचोंबीच संचालित हो रहे कबाड़ी गोदाम में शनिवार को एक पत्रकार के साथ कबाड़ी संचालक व उनके कर्मचारियों द्वारा मारपीट व आरी ब्लैड से हमला कर दिया गया। पीड़ित पत्रकार की शिकायत पर बागबाहरा पुलिस ने आरोपित कबाड़ी व उनके कर्मचारियों के विरुद्ध मारपीट, गाली गलौज, जान से मारने की धमकी के तहत अपराध पंजीबद्ध किया है।
जानकारी के अनुसार शनिवार दोपहर करीब एक बजे इलेक्ट्रानिक मीडिया के पत्रकार सोमनाथ टोंडेकर को सूचना मिली कि सुबोध गुप्ता के कबाड़ी गोदाम में अवैध रूप से गाड़ियों को काटा जा रहा है जिसमे टाटामैजिक, ट्रैक्टर, पिकअप, मोटर साइकिल आदि गाड़ियों को काटकर डिस्मेंटल किया जा रहा।
इसकी सूचना मिलते ही सोमनाथ टोंडेकर कबाड़ी गोदाम के पास पहुंचे और देखा कि कबाड़ी द्वारा खुलेआम फिएट कार को काटने की तैयारी की जा रही थी और इसके काटने के लिए लिए कबाड़ी द्वारा घरेलू गैस सिलिंडर को उपयोग में लाया जा रहा था। गाड़ियों के काटे जाने की सूचना को और भी पुख्ता बनाने के लिए सोमनाथ अपने मोबाइल से गोदाम में बिखरे गाड़ियों के कबाड़ का वीडियो बनाने लगा।
तभी वीडियो बनता देख कर्मचारियों ने अपने संचालक सुबोध गुप्ता को इसकी जानकारी दी। कबाड़ी संचालक सुबोध गुप्ता गोदाम में पहुंचे और मोबाइल छीनकर गाली गलौज करते हुए बहस करने लगे। इसी गहमागहमी में सोमनाथ टोंडेकर के द्वारा उन्हें बताया गया कि वे एक पत्रकार हैं और अपना पहचान पत्र दिखाया। उसके बाद कबाड़ी संचालक और उसके कर्मचारी आवेश में आकर मारपीट शुरू कर दिया और अपने हाथों में रखे आरी ब्लैड से अचानक हमला कर दिया। अपने ऊपर हुए अचानक हमले से सोमनाथ वहां से भागने लगे।
इसी बीच कबाड़ी के कर्मचारी भी सोमनाथ को दौड़ा कर पीछा करने लगे। इस घटना को देखकर दुकानदार व राहगीर बचाव में आगे आए। घटना की जानकारी सोमनाथ ने लेकर अन्य पत्रकार को दी। उसके बाद पत्रकार घटना स्थल पहुंचे और सोमनाथ से लुटे हुए मोबाइल फोन को वापस दिलाया और गोदाम में कई गाड़ियों को काट कर डिस्मेंटल किया जा रहा था। कई गाड़िया तो ऐसे भी देखने को मिली जिसकी नम्बर प्लेट ओडिशा राज्य का है। इससे यह भी अंदाजा लगाया जा सकता है कि कई गाड़िया चोरी की भी हो सकती है।
पत्रकार पर हुए इस हमले के बाद भी बागबाहरा पुलिस कार्रवाई करने हीलाहवाला करती रही। घटना के बाद कबाड़ कारोबारी के खिलाफ मामला दर्ज करने बागबाहरा टीआइ की भूमिका संदेहास्पद रही। दबाव बढ़ा तब सामान्य धाराओं पर अपराध ड्ज की गई।
घटना के बाद से पुलिस और कबाड़ियों के बीच बेहतर सामंजस्य को लेकर नगर में चर्चा है।
पत्रकारों ने सोमनाथ टोंडेकर के साथ बागबाहरा थाना पहुंचकर उचित कार्रवाई की मांग की। हमला करने वाले कबाड़ी संचालक और उसके कर्मचारियों पर सख्त कार्रवाई की मांग की गई। इधर जिले भर में इस घटना की निंदा हुई। घटना के बाद से बागबाहरा पुलिस की छवि पर सवाल उठाए जा रहे हैं।
Posted By: Nai Dunia News Network