Mungeli News: लोरमी(नईदुनिया न्यूज)। सहायक शिक्षकों ने एक सूत्रीय मांग को लेकर तीसरे दिन भी धरना दिया। उन्होंने प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली। उन्होंने कहा शासन की नीतियों के कारण हड़ताल से प्राथमिक शाला में पढ़ाई पूरी तरह से प्रभावित है।

धरना में उन्होंने बताया कि सहायक शिक्षक ,समग्र शिक्षक फेडरेशन के द्वारा छह फरवरी से अनिश्चित कालीन धरना प्रदर्शन किया जा रहा है। संगठन के द्वारा प्रदेश सरकार से अपनी मांग को लेकर धरना दिया जा रहा है। राज्य सरकार की मौजूदा नीति के कारण ही प्रदेश में ऐसी स्थिति निर्मित हुई है। इसका असर है कि जो शिक्षक अपनी सेवा स्कूलों में देते थे ,सड़क पर आने के लिए मजबूर हो गए हैं। आंदोलन स्थल में लोरमी इकाई के ब्लाक अध्यक्ष नीलेश दुबे ने कहा कि सरकार संवेदनहीन हो चुकी है,क्योंकि सत्त्ाा में आने से पूर्व जहां यह कहा जाता रहा कि संविलियन से सहायक शिक्षक को कोई लाभ नहीं हुआ है।अब वही सरकार सत्ता में आने के बाद बदली-बदली सी नजर आ रही है। प्रांतीय महामंत्री अभिजीत तिवारी ने मंच से सभी प्रधानपाठकांे शिक्षकों से आह्वान किया कि जायज मांग के लिए सभी को साथ आकर लड़ाई लड़नी चाहिए। ब्लाक प्रवक्ता राजेश्वर लोनिया व राजेंद्र घृतलहरे ने बताया कि संगठन के द्वारा इस बार जो मांग रखी गई है वह प्रथम नियुक्ति दिनांक से सेवा की गणना की है। इसका लाभ केवल एक वर्ग को नहीं होगा अपितु सर्व वर्ग को होगा। राठौर व रामानुज विश्वकर्मा ने आगे बताया कि राज्य सरकार के द्वारा वर्तमान में दस साल से कम सेवा अवधि पर पेंशन की पात्रता को समाप्त किया गया है,इस वजह से प्रदेश में ऐसे शिक्षक जिनकी रिटायरमेंट 2032 से पूर्व है उन्हें एक रुपये का पेंशन नहीं प्राप्त होगा। धरना प्रदर्शन में संचालन का कार्य जितेंद वैष्णव ने किया। वहीं प्रमुख रूप से आंदोलन में ब्लांक अध्यक्ष नीलेश दुबे, राजेश्वर लोनिया, नरेश दुबे, नरेंद्र राठौर, ओमप्रकाश साहू, गेंदलाल बघेल, राजेंद्र घृतलहरे, मनोज खुसराम, प्रेम जायसवाल, जितेंद्र वैष्णव, वरिशा मंडावी, प्रेमलता मरकाम, मनीषा जगत, सुनीता खुसरो अन्य उपस्थित रहे।

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