नारायणपुर। Narayanpur News गर्भवती महिलाओं को प्रसव के लिए घर से स्वास्थ्य केंद्र तक पहुंचाने के लिए शासन ने महतारी 102 की सुविधा मुहैया कराई है, जिससे गर्भवती महिलाओं को समय पर अस्पताल पहुंचाया जा सके। लेकिन जिले के छोटेडोंगर में पिछले दो हफ्तों से गर्भवती महिलाओं को महतारी 102 की सुविधा नहीं मिल रही है। इससे गर्भवती महिलाओं के साथ ही परीजनों को भी कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बता दें कि इससे पहले भी अबूझमाड़ के कई ऐसे क्षेत्रों में ऐसे मामले देखने को मिले हैं, जहां लोगों को कभी सड़क न होने के कारण कई किमी दूर तक एंबुलेंस तक पहुंचाया जाता है, तो कभी बिना एंबुलेंस की ही मरीजों को अपने सुविधा से अस्पताल पहुंचाया जाता है।

दरअसल, मंगलवार को ऐसा ही एक मामला देखने को मिला जहां अबूझमाड़ कोडोली ग्राम पंचायत के आश्रित ग्राम मुसनार में बीती रात एक महिला बालमति कुमेटी 35 वर्षीय पति जूंगाराम को अचानक प्रसव पीड़ा शुरू हो गई। महिला के प्रसव पीड़ा को देखते हुए परिजनों ने मोबाइल से 102 पर सम्पर्क साधा। लेकिन परिजनों को कहा गया कि 102 वाहन उपलब्ध नहीं है, जिसके बाद परिजनों व ग्रामीणों ने मंगलवार सुबह 8 बजे बांस का डोला बनाकर कांवर की मदद से महिला को 15 किलोमीटर दूर छोटेडोंगर प्राथमिक स्वास्थ्य पहुंचाया गया। इस दौरान परिजनों व ग्रामीणों को तपती धूप में काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। परिजनों ने बताया कि सुबह 8 बजे मुसनार गांव से निकले थे और 2 बजे छोटेडोंगर अस्पताल पहुंचे।

Posted By: Vinita Sinha

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