रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। घरघोड़ा में उद्यानिकी विभाग द्वारा मुनगा प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण कराया जा रहा है। कई महीनों से ठेकेदार ने काम बंद कर दिया था। हाल ही में एक ओर की पूरी दीवार ढह गई जिसका कारण आंधी को बताया गया। इसे लेकर कलेक्टर ने जांच का आदेश जाती कर दिए है। जिसमे अब पीडब्ल्यूडी को जांच का जिम्मा दिया है।
गौरतलब हो कि मुनगा प्रोसेसिंग यूनिट का निर्माण घरघोडा क्षेत्र में चल रहा था जो बेहद घटिया क्वालिटी का था। आदिवासी क्षेत्रों के किसानों को रोजगार का एक और साधन उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट की नींव रखी। अफसरों ने इस प्रोजेक्ट को गंभीरता से पूरा कराने के बजाय गड़बड़ी कर दी। ठेकेदार जैन एसोसिएट्स एंड इंटरप्राइजेस ने कैसा काम किया यह कोई देखने ही नहीं गया। इस प्रोसेसिंग प्लांट के लिए घरघोड;ा, खरसिया, लैलूंगा, तमनार और धरमजयगढ; में मुनगा की खेती कराई जाएगी। उद्यानिकी विभाग ने करीब 1.90 करोड; स्वीकृत किए गए हैं। इसमें से भवन निर्माण के लिए 87 लाख रुपए स्वीकृत हैं। गुणवत्ता खराब होने के कारण आंधी में दीवार ढह गई। कलेक्टर भीमसिंह ने घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने पीडब्ल्यूडी से जांच कराने की बात कही है। बताया जा रहा है कि ठेकेदार ने बहुत घटिया काम किया था, जिसकी जानकारी अधिकारियों को भी थी।
ले आउट ड्रॉइंग-डिजाईन पर भी सवालः
प्रोसेसिंग यूनिट के लिए करीब 11 हजार वर्गफुट भूमि पर काम किया जा रहा है। मुनगा प्रोसेस यूनिट के लिए ग;लत तरीके से घटिया सामग्री के उपयोग की बात सामने आई है। बड़े गोदाम की तरह भवन बनाया जा रहा है। तकनीकी रूप से कॉलम की जितनी मोटाई होनी चाहिए, उतनी नहीं थी। छड़, सीमेंट, रेत और गिट्टी सही अनुपात में उपयोग नहीं किया गया था, इसलिए ऐसा हुआ। जांच में अनियमितता उजागर होगी।
घरघोड़ा में निर्माणाधीन मुनगा प्रोसेसिंग यूनिट भवन की दीवार गिरने के मामले की जांच पीडब्ल्यूडी से कराई जाएगी। - भीम सिंह, कलेक्टर रायगढ़
Posted By: Nai Dunia News Network
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