रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। मेडिकल कालेज अस्पताल से करीब एक साल पहले स्वास्थ्य मंत्री के आदेश पर जिला अस्पताल से अलग होकर अपने नए भवन में स्थानांतरित हुआ है। अस्पताल में डाक्टर से लेकर स्वास्थ्य कर्मियों की भारी कमी है। आलम यह है कि कुछ विभाग में तो एक-एक ही चिकित्सक है। ऐसे में एमसीएच, जिला अस्पताल में मरीजों को भर्ती करने के बजाए एक दूसरे अस्पताल में रिफर को ज्यादा महत्च दिया जा रहा है। इधर आए दिन नियम में बदलाव से भी मरीजों की परेशानी बढ़ रही है। ताजा मामले में गायनिक विभाग में प्रतिदिन 25 पर्ची बनाए जाने का नियम है। इससे मरीजों को समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा है।

गुरुघासीदास चिकित्सालय 650 बिस्तर के साथ शुरू हुआ है। जहां दिनों-दिन मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। मेडिकल कालेज अस्पताल में सभी वार्ड शुरू होने से हर दिन 250 से 300 तक ओपीडी जांच हो रही है। इसके बाद भी यहां तृतीय वर्ग व चतुर्थ वर्ग के कर्मचारियों की भारी कमी बनी हुइ है। दोनांे वर्ग के 284 स्वास्थ्य कर्मियों की यहां कमी है। इसके अलावा बडी समस्या वरिष्ठ व कनिष्ठ चिकित्सकों की कमी का है। स्थिति यह है कि यहां मानक स्तर पर भी चिकित्सक नहीं है। गायनिक वार्ड केवल एक चिकित्सक पर आश्रित है। यहां रेडियोलॉजिस्ट की भर्ती अधर में है। यहां आधे से भी कम स्टाफ के साथ काम चलाया जा रहा है। इससे मरीजों का उपचार प्रभावित हो रहा है।

पूर्व में दोनों अस्पताल एक साथ संचालित होने से दोनों अस्पतालों का स्टाफ मिलकर काम चल जा रहा था। लेकिन अलग-अलग होने के बाद दोनों अस्पतालों में समस्या खड़ी हो गई है। इससे विभाग के अधिकारी भी अवगत है। व्यवस्था के लिए रिक्त पदों पर भर्ती करने संविदा पद निकाले जा रहे हंै लेकिन डाक्टरांे का रुझान कम है। इसका असर यहां उपचार कराने आने वाले मरीज व परिजनों पर पड रहा है। वे न चाहते हुए निजी अस्पताल में जा रहे हंै।

संवेदनशील विभाग में भी चिकित्सक नहीं

मेडिकल कालेज में तृतीय व चतुर्थ श्रेणी के 284 पद रिक्त है। इसी प्रकार सेटअप के अनुसार यहां 193 डाक्टर के पद है। इसमें भी 90 डाक्टर कम है। इसी प्रकार 70 विशेषज्ञ के पद खाली हैं। गायनिक, ईएनटी, पीडियाट्रिक, रेडियोलाजी, मेडिसिन विभाग में डाक्टरो की ज्यादा कमी है। पीडियाट्रिक सर्जन व विशेषज्ञ चिकित्सक एक- एक है।

चिकित्सक की कमी दूर करने के लिए प्रक्रिया जारी है। हमारे अस्पताल में कम संसाध्ान के बीच मरीजों को बेहतर सुविध्ााएं दी जा रही है। व्यवस्था बनाए रखना हमारी प्राथमिकता में शामिल है।

- डा एसमाने, उप अधीक्षक, मेडिकल कालेज अस्पताल रायगढ़

Posted By: Yogeshwar Sharma

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