रायगढ़।
प्रकृति और पर्यावरण को बचाने के लिए देश के साथ प्रदेश भर के कई जिलों में आंदोलन की बयार बह रही है। इससे आद्योगिक करण की मार झेल रहा रायगढ़ जिला भी अछूता नही है। यहां के रहवासी पर्यावरण के लिए जंगी लड़ाई भी प्रशासन से लड़ रहे है। हर स्तर में आंदोलन का आगाज कर रहे है। लेकिन इन सभी तथ्यों से प्रशासनिक अधिकारियों को कोई लेना- देना होता नजर नहीं आ रहा है, ऐसा ही वाकया शहर के अंदर डिग्री कॉलेज मार्ग पर मौजूद हरियाली को उजाड़ करने का सामने आया है। जहां प्रशासनिक लापरवाही व उल जुलूल आदेश जारी कर सी - मार्ट काम्प्लेक्स के लिए इस मार्ग के किनारे मौजुद सैकड़ो करंज के पेड़ों की कटाई कर दिया गया। यह वाकया जब स्थानीय व शहरवासियों को लगा तब देखते ही देखते इंटरनेट मीडिया से लेकर जमीनी स्तर पर लोगों का जनक्रोश भड़क गया। वे आंदोलन के साथ पेड़ की कटाई करने का आदेश देने वाले अधिकारियों का नाम तक सार्वजनिक करने की मांग कर रहे है ।
गौरतलब हो कि जिला पंचायत की ओर से शहर में सी-मार्ट का भव्य कॉम्पलेक्स बनाने की योजना तैयार की गई। इसके लिए डिग्री कालेज रोड पर शासकीय आवासों के पास की जमीन को चुना गया जिसमें करीब 200 छायादार पेड़ लगे हुए हैं। कांक्रीट का काम्पलेक्स तैयार करने के लिए सौ पेड़ों की बलि देने से भी जिला पंचायत पीछे नहीं हटा है। बताया जा रहा है कि सी-मार्ट में जिले के ग्रामीण क्षेत्रों के उत्पाद बिकेंगे। साथ ही ब्रांडेड कंपनियों के प्रोडक्ट भी रहेंगे। इसके लिए जमीन कहीं नहीं मिली तो पेड़ लगे हुए भूमि को चुन लिया गया। इन पेड़ों को विकसित होने में सालोंसाल लग गए लेकिन वन विभाग एक मिनट में आधुनिक उपकरणों से इन्हें धराशायी कर रहा है। जिस लिहाज से पेड़ की कटाई की जा रही है उस लिहाज से देखा जाए तो इस क्षेत्र की पूरी हरियाली उजाड़ हो जाएगा वहीं इससे पहले जब गौरव पथ का निर्माण किया गया था तब भी शहर की हरियाली को बेतरतीब तरीके से उजाड़ा गया था , अब इस कृत्य से लोगों में काफी रोष नजर आ रहा हैं बहरहाल अब देखना यह होगा कि इस पूरे प्रकरण में जिला प्रशासन लोगों की जन भावनाओं का किस कदर सम्मान करती है। वही दूसरी ओर विरोध के बाद फ़िलहाल पेड़ों की कटाई पर रोक लगा दी गई है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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