विश्वनाथ राय रायगढ़ ( नईदुनिया )
औद्योगिक पावर हब के नाम से विकसित जिले में रोजगार की कमी नही है फिर भी यहां बेरोजगारी की मार चरम स्तर में है।आलम यह है कि इससे साल दर साल रोजगार दफ्तर में बेरोजगारी का पंजीकरण बढ़ने लगा है।अब जब शासन ने बेरोजगार युवक युवतियों को 25 सौ रुपये भत्ते के रूप में प्रति माह देने का घोषणा की ही तो रोजगार दफ्तर में इसका लाभ लेने जिले भर से बेरोजगार युवक युवतियां पंजीकरण कराने कतारबद्ध है। स्थिति यह है कि जिले भर में 1 लाख 903 से अधिक जीवित पंजीयन के रूप में शिक्षित बेरोजगारी दर्ज है।
देश मंे कला औद्योगिक क्षेत्र के नाम पर रायगढ़ ख्यातिप्राप्त हो चुका है। परंतु जिस तरह जिले ने कम्पनी की संख्या में इजाफा हुआ है ठीक उसके विपरीत स्थानीय पढ़े लिखे युवक युवतियों के बोरोजगारी की संख्या में अप्रत्याशित बढोत्तरी हुई है । इस पावर हब जिले प्रशासन रोजगार उपलब्ध कराने में फेल नजर आ रहा है ।देखा जाए तो रोजगार देेने के मामले में जिला पिछड़ा हुआ है।यहां माइंस, प्लांट,क्रेशर ,एवं अन्य संशाधन है ,फर भी रोजगार के लिए साधन नही है। और तो और शासकीय कार्यलयों में भी नौकरी नही होने से पढ़े-लिखे बेरोजगारों बेरोजगारी की मार भारी पड़ रही है। आकंड़े के मुताबिक 2016 जिले में 86802 का जीवित पंजियन रिकार्ड था। वो अब बढ़कर 1 लाख 903 में आ चुका है। इसमें सबसे अधिक अनुसूचित जाति वर्ग के 30202 है। इनमे कुल
पंजीकरण में 55771 पुरूष हस जबकि 45132 महिला वर्ग है।
इनमें स्नातक, बीएड, डीएड, इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद भी नौकरी नहीं मिल रही है। शासन के बेरोजगारी भत्ता देने की घोषणा करते ही शिक्षित बेरोजगार स्वयं को पंजीकृत करवा रहे है।
निजी संस्थानों में तृतीय और चतुर्थ वर्ग के लिए विकेंसी
बेरोजगार को रोजगार दिलाने के लिए प्रशासनिक स्तर में 2015 से यहां प्लेसमेंट कैम्प का आयोजन किया जा रहा है। अब तक सैकड़ो नियोजक प्लेसमेंट कैम्प लगा चुके हैं। इसके बाद भी रोजगारों पाने वालों की संख्या सिर्फ गिनती की हैं। इधर देखा जाए तो प्लेसमेंट कैम्प में निजी दुकान माल, गार्ड भर्ती अन्य संस्था के लोग ही ज्यादा रूचि लेकर विकेंसी निकालते है । इसके अलावा बड़े संस्थान उद्योग जगत की रीति नीति अलग होने पर वे इससे दूरी बनाए रहते है
वही जिन संस्थान प्लेसमेंट कैंप में आते है वे केवल तृतीय व चतुर्थ श्रेणी की नियुक्ति विज्ञापन अधिक रहती है।
Posted By: Yogeshwar Sharma
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