रायगढ़ (नईदुनिया प्रतिनिधि)। बड़ी कंपनियों में नौकरी दिलाने के नाम पर ठगी करने वाले अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश किया गया है । गिरोह के सदस्य बेरोजगार युवकों को ठगने आफिस खोल कर शहर के प्रमुख चौराहों पर विकेंसी वाले पंपलेट चस्पा कर अपना नंबर शेयर करते थे। सबसे पहले नौकरी दिलाने के नाम पर बेरोजगारों से 1500 रुपये रजिस्ट्रेशन फीस लेते और उन्हें फर्जी नियुक्ति पत्र देकर ट्रेनिंग कराने का आश्वासन दिया

जाता था । दो आरोपितोें को बागबाहरा महासमुंद से गिरफ्तार कर पुलिस रायगढ़ लाई है।

बैकुंठपुर रायगढ़ में रहने वाली अंशु यादव पिता स्वर्गीय बाल मुकुंद यादव (25) ने 26 नवंबर 2022 को थाना कोतवाली में लिखित आवेदन देकर धोखाधड़ी की श्ािकायत लिखवाई थी। पीड़िता ने पुलिस को बताया था कि अक्टूबर 2022 में शहर के कई जगह जाब के पोस्टर दिवाल, खंभो में चिपके थे । पाम्प्लेट देखकर जानकारी हुआ कि नगर निगम कॉम्प्लेक्स में कंपनी के एक ऑफिस में युवतियों को आफिस रिसेस्निस्ट के जॉब की भर्ती ली जा रही है । जहां जाकर इंटरव्यू दी और सलेक्ट हो गई । आफिस जाकर पता करने पर एक व्यक्ति ने अपना नाम प्रेम कुम्हार बताया। उसने स्वयं को जियो लाइफ इंडिया प्राइवेट लिमिटेड कंपनी का होना बताया और 1,549 लेकर बजाज कंपनी का एक नियुक्ति पत्र दिया । इसमें सैलरी 16,500 लिखा था । इसके साथ इसकी चार और सहेलियां भी नौकरी शुरू कर दी।

प्रेम कुम्हार ने कंपनी के असिस्टेंट मैनेजर सज्जाद अंसारी से मिलाया जो आफिस का काम देखता था। इन्हें ट्रेनिंग में बतलाया गया था कि जाब के नाम पर कालर को बजाज कंपनी के तरफ से बात करते हुए रजिस्ट्रेशन फीस 1,549 रुपये लेने के बाद ऑनलाइन स्कैनर भेजकर प्राप्त करना है । एक महीने बाद प्रेम कुम्हार आफिस बंद कर भाग गया, पता चला कि कई लोगों से 1549 रुपये फीस लेकर ठगी की है । इसके बाद पता चला कि उनके द्वारा दिया गया नियुक्ति पत्र फर्जी है। इस पर कोतवाली थाने में अपराध पंजीबद्ध कराया। मामले में जांच दौरान कोतवाली पुलिस द्वारा आरोपियों की पतासाजी किया जा रहा थी। प्रकरण की गंभीरता को लेकर थाना प्रभारी कोतवाली आरोपियों के संबंध में मुखबिर लगाकर जानकारी ली जा रही थी।

गत दिनों रायगढ़ की तरह ही महासमुंद जिले के बागबाहरा में भी मारुति सुजुकी कंपनी के विभिन्ना पदों के लिए भर्ती का पम्पलेट चौंक-चौराहों पर देखे गये जिसमें भी रजिस्ट्रेशन फीस के नाम पर 1449 युवक-युवतियों से लिये जाने की जानकारी थाना प्रभारी को मिली। थाना प्रभारी ने इससे वरिष्ठ अधिकारियों को अवगत कराते हुए प्रधान आरक्षक हेमन पात्रे, नंद कुमार सारथी और आरक्षक हेमसागर पटेल को बागबाहरा महासमुंद रवाना किया । कोतवाली स्टाफ ने बागबाहरा में रहकर कंपनी की गतिविधियों की तस्दीक की और संदेहास्पद होने पर संचालक को हिरासत में लिया । संचालक ने अपना नाम समीर उर्फ असलम बताया।

कोतवाली पुलिस ने प्रेम कुमार उर्फ असलम की फाईल फोटो से मिलान किया। प्रेम कुमार उर्फ असलम और समीर उर्फ असलम एक ही व्यक्ति होना पाया गया । आरोपित प्रेम कुमार उर्फ असलम से पूछताछ किये जाने पर बागबाहरा में एचएनएस प्राइवेट लिमिटेड नाम की कंपनी खोलकर नौकरी दिलाने का झांसा देकर बेरोजगारों से ठगी करना बताया । आरोपित ने रायगढ़ में भी ठगी करने और करीब 65 लोगों से नौकरी के नाम पर आधार कार्ड, पैन कार्ड, मार्कशीट जमा करना बताया । इसे पुलिस ने जब्त किया है। बागबाहरा कार्यालय में आरोपित समीर उर्फ असलम का सहयोगी राज उर्फ आजाद मोहम्मद मौजूद मिला । आरोपित आजाद मोहम्मद के खाते में रुपये ट्रांसफर कराया जाता था । दोनों के अपराध में संलिप्तता होने पर दोनों आरोपियों को अभिरक्षा में लेकर रायगढ़ लाया गया जिनके मेमोरेंडम पर वैकेंसी वाले पंपलेट, उपयोग किया गया मोबाइल साक्ष्य स्वरूप जब्त किया गया है ।

Posted By: Yogeshwar Sharma

छत्तीसगढ़
छत्तीसगढ़
  • Font Size
  • Close