रायपुर। Corona Pandemic: छत्तीसगढ़ में कोरोना के एक वर्ष पूरे होने में 20 दिन बचे हैं, लेकिन जिस तरह से तस्वीर सामने आ रही है, उससे संक्रमण के फिर से पांव पसारने के संकेत मिल रहे हैं। महाराष्ट्र में तेजी से बढ़ते कोरोना के मामले को देखते हुए पड़ोसी राज्य होने की वजह से प्रदेश में भी सरकार ने अलर्ट जारी कर दिया है। राजधानी में महाराष्ट्र, दिल्ली, मध्यप्रदेश से सड़क व रेल मार्ग से आने वाले यात्रियों के लिए एंट्री पाइंट पर स्क्रीनिंग के निर्देश दिए जा चुके हैं।
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के अनुसार, फरवरी में हर दिन 263 औसत संक्रमितों की पहचान की गई है। भले ही ये मामले पिछले सात महीनों तक मिले कोरोना मरीजों की तुलना में कम हैं, लेकिन विशेषज्ञों ने अब देश के कई राज्यों में बढ़ते मामलों को देखते हुए संक्रमण की लहर की आशंका जता रहे हैं। चिकित्सा विशेषज्ञों ने बताया कि कोरोना संक्रमण को लेकर लोगों में लापरवाही देखी जा रही है।
छत्तीसगढ़ के पड़ोसी राज्यों में संक्रमण के बढ़ते मामले सिर्फ लापरवाही और कोरोना से बचाव के नियमों का पालन न करने की वजह से सामने आ रहे हैं। प्रदेश में भी देखें तो लोग आज भी कोरोना को लेकर लापरवाह हैं। ऐसे में जांच बढ़ाई जाती है तो संक्रमण के मामले भी अधिक बढ़ेंगे।
18 मार्च 2020 को पहले केस में राज्यभर में था हड़कंप
बता दें कि पिछले वर्ष 18 मार्च 2020 में राजधानी के समता कॉलोनी में एक महिला कोरोना संक्रमित मरीज थी। इसके बाद पूरे राज्य में हड़कंप की स्थिति थी। देखते ही देखते मामला बढ़ता गया और सिर्फ 20 दिन बाद कोरोना संक्रमण को फैले एक साल पूरा हो जाएगा। राज्य में अब तक कोरोना संक्रमण के तीन लाख 11 हजार 630 मामले सामने आए हैं। 24 फरवरी की स्थिति में 2911 संक्रमित हैं, जबकि 3,813 लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
पिछले पांच दिनों में राजधानी में बढ़े कोरोना के मामले
स्वास्थ्य विभाग के आंकड़ों के मुताबिक, पिछले पांच दिनों में रायपुर जिले में कोरोना के मामले अधिक सामने आए हैं। इसमें 21 फरवरी को 38, 22 फरवरी को 60, 23 फरवरी को 67 और 24 फरवरी में 85 केस की पुष्टि हुई है। रायपुर के प्रमुख क्षेत्रों में से देवेंद्र नगर, अमलीडीह में एक ही स्थान पर 17 से अधिक मामले, जनता कॉलोनी में 11 मामले, रायपुर भाठागांव में 10 से अधिक, कबीर नगर स्थित एक ही अपार्टमेंट में 35 मामले दर्ज किए गए हैं। स्थिति धीरे-धीरे खराब ही होती जा रही है।
जिला प्रशासन ने व्यवस्था पर कसी कमर, लेकिन काम नहीं
- भीड़भाड़ वाली जगहों में औचक जांच के दिए गए निर्देश।
- प्रति पाजिटिव मरीजों पर 20 संदेहियों की होनी है जांच।
- प्राइमरी कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग के बाद जांच तक स्वास्थ्य टीम संदेही के संपर्क में रहेगी।
- होम आइसोलेशन में संक्रमितों तक किट पहुंचाने की जिम्मेदारी शहरी क्षेत्र में नगरीय निकाय, ग्रामीण में जनपद पंचायत की है।
- शहरी क्षेत्रों में जांच के लिए शिविर का कराया जाएगा आयोजन।
- यूके, ब्राजील, साउथ अफ्रीका, महाराष्ट्र से आने वाले व्यक्तियों को क्वारंटाइन कराना होगा। यात्री की पूरी जानकारी प्रशासन की पास उपलब्ध होगी।
प्रदेश में सातवां राज्य जहां देश में सबसे अधिक सक्रिय मरीज
राज्य - सक्रिय मरीज
महाराष्ट्र - 60,559
केरल - 53,153
कर्नाटक - 6096
तमिलनाडु - 4062
पंजाब - 3,598
पश्चिम बंगाल - 3,377
छत्तीसगढ़ - 2,911
पिछले पांच दिनों सामने आए कोरोना के मामले
माह - छत्तीसगढ़ - रायपुर
20 फरवरी - 263 - 75
21 फरवरी - 153 - 38
22 फरवरी - 274 - 60
23 फरवरी - 274 - 67
24 फरवरी - 247 - 85
राज्य में माह दर माह मिले औसत मरीजों की स्थिति
महीना - संक्रमित - प्रतिदिन औसत मरीज
जून - 2,266 - 75
जुलाई - 6,342 - 211
अगस्त - 22,361 - 721
सितंबर - 82,549 - 2751
अक्टूबर - 73,668 - 2376
नवंबर - 50052 - 1668
दिसंबर - 42,253 - 1363
जनवरी - 25,792 - 832
1 से 24 फरवरी - 6313 - 263
वर्जन
महाराष्ट्र जैसे हमारे अन्य पड़ोसी राज्यों में जिस तरह से कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं, यह स्थिति लापरवाही की वजह से है। लोग मास्क और शारीरिक दूरी जैसे नियमों का पालन नहीं कर रहे हैं। यह स्थिति छत्तीसगढ़ में भी देखी जा रही है। सुरक्षा के दृष्टिकोण से राज्य में अलर्ट जारी किया गया है। यदि हम संभले नहीं तो हमारे यहां भी महामारी स्थिति गंभीर हो सकती है, इसलिए जागरूकता और सतर्कता बेहद जरूरी है।
- डॉ. रविंद्र पांडा, विभागाध्यक्ष, (रेस्पिरेटरी मेडिसिन), आंबेडकर अस्पताल
Posted By: Shashank.bajpai
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
नईदुनिया ई-पेपर पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करे
- #corona pandemic
- #covid19
- #corona vaccine
- #lockdown
- #raipur news
- #raipur news in hindi
- #chhattisgarh news