रायपुर। छत्‍तीसगढ़ के मेडिकल कालेजों में इस वर्ष 300 सीटें बढ़ जाएंगी। पिछले दिनों पंडित जवाहर लाल नेहरू मेडिकल कालेज रायपुर को नेशनल मेडिकल कमिशन (एनएमसी) ने 50 सीटों की मान्यता दी। वहीं बिलासपुर, अंबिकापुर, जगदलपुर, राजनांदगांव और रायगढ़ में 250 सीटों की अनुमति मिल जल्द ही सकती है। मेडिकल कालेज प्रबंधन के अनुसार आने वाले समय में बढ़ती मेडिकल सीटों को देखते हुए मेडिकल कालेजों में छात्रों के बैठने समेत अन्य व्यवस्थागत समस्या आएगी, क्योंकि इंफ्रास्ट्रक्चर बढ़ाने को लेकर शासन द्वारा कोई पहल नहीं की गई है। बता दें, वर्तमान में राज्य के 10 शासकीय मेडिकल कालेजों में 1370 एमबीबीएस की सीटें हैं। वहीं तीन निजी मेडिकल कालेजों में 450 सीटें हैं।

चिकित्सा शिक्षकों की भारी कमी

चिकित्सा शिक्षा विभाग के अनुसार मेडिकल कालेजों में चिकित्सा शिक्षकों के सैकड़ों पद खाली पड़े हैं। कई विभागों में विशेषज्ञ चिकित्सक नहीं हैं। वहीं नर्सिंग समेत अन्य चिकित्सकीय स्टाफ की भी भारी कमी है, जिससे अस्पताल के संचालन में भी समस्या आ रही है। विभाग के अधिकारियों का कहना है कि पदों को भरने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। चिकित्सा कर्मियों के 3,500 से अधिक पदों की भर्ती आरक्षण विवाद के चलते अटकी हुई है।

चिकित्सा शिक्षा संचालक डाक्टर विष्णु दत्त ने कहा, कालेजों में मेडिकल सीटें बढ़ने के साथ ही इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार की आवश्यकता है। हमने शासन को स्थिति से अवगत कराया है।

वर्तमान में राज्य के शासकीय मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस सीटें

मेडिकल कालेज - मूल सीटें - कोटा

रायपुर - 150 - 30

बिलासपुर - 150 - 30

अंबिकापुर - 100 - 25

रायगढ़ - 50 - 10

जगदलपुर - 100 - 25

कांकेर - 100 - 25

राजनांदगांव - 100 - 25

कोरबा - 100 - 25

महासमुंद - 100 - 25

दुर्ग - 150 - 50

निजी मेडिकल कालेजों में एमबीबीएस सीटें

कालेज - सीटें

श्री शंकराचार्य - 150

रिम्स - 150

श्री बालाजी - 150

Posted By: Ashish Kumar Gupta

छत्तीसगढ़
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