अजय रघुवंशी। रायपुर। राज्य गठन के 22 वर्ष बाद भी छत्तीसगढ़ से अंतरराष्ट्रीय उड़ानें शुरू नहीं हो पाई हैं। इसकी बड़ी वजह एयरपोर्ट के आस-पास मेट्रो सिटी की तर्ज पर सुविधाओं का न होना माना जा रहा है। साथ ही एयरपोर्ट का विस्तारीकरण भी शामिल हैं। अब एयरपोर्ट के पास एयरोसिटी और दूसरे रन-वे बनाने की कवायद राज्य सरकार ने शुरू की है। राज्य सरकार के नगरीय प्रशासन एवं आवास विभाग ने एनआरडीए के प्रस्ताव के बाद प्रारंभिक चरण में 25 एकड़ जमीन का प्रारंभिक अनुमोदन कर दिया है। दिल्ली की तर्ज पर एयरोसिटी के लिए मूलभूत इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार करने की जिम्मेदारी एनआरडीए को दी गई है।
प्रभावितों को अधिग्रहण के बदले मिलेगी जमीन
एयरोसिटी का निर्माण लैंड पूलिंग सिस्टम से होगा, जिसमें भू-स्वामियों को जमीन के बदले 35 से लेकर 45 प्रतिशत तक भूमि उसी परिक्षेत्र में दी जाएगी। कमल विहार में भू-स्वामियों और किसानों को अधिग्रहण के बदले 35 प्रतिशत तक भूमि दी गई थी, लेकिन एयरोसिटी में लाभान्वितों के लिए हिस्सेदारी बढ़ाई जा सकती है। इसे 40 से लेकर 45 प्रतिशत तक किए जाने की संभावना है। प्रारंभिक अनुमोदन के बाद दावा आपत्ति मंगाई जाएगी। उल्लेखनीय है कि बीते महीने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की अध्यक्षता में आयोजित केबिनेट की बैठक में एयरपोर्ट के पास आधुनिक एयरोसिटी बनाने व रन-वे के विस्तारीकरण का फैसला लिया गया था।
किसानों और भू-स्वामियों से ली जाएगी जमीनें
एयरोसिटी के लिए 216 एकड़ जमीन अधिग्रहण के लिए किसानों के साथ ही अन्य भू-स्वामियों से जमीनें ली जाएगी। इसमें एनआरडीए द्वारा इंफ्रास्ट्रक्चर तैयार किया जाएगा, जिसके बाद यहां विकसित जमीनों का विक्रय होगा। अलग-अलग सेक्टर विभाजित करते हुए होटल,फूड जोन, शापिंग माल, रेस्टोरेंट, मल्टीप्लेक्स आदि विकसित किया जाएगा
दूसरे रन-वे के लिए जमीनों का अधिग्रहण
एयरपोर्ट के पास दूसरा रन-वे बनाने के लिए भी जमीन अधिग्रहण की तैयारी है। वर्तमान में माना एयरपोर्ट का रन-वे 3000 मीटर से अधिक है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एक अन्य रन-वे का प्रस्ताव केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। जमीन अधिग्रहण के बाद इसकी तैयारी शुरू होगी।
एयरपोर्ट के पास फाइव स्टार होटल नहीं
वर्तमान में माना एयरपोर्ट के पास सुविधाओं की कमी है। माना एयरपोर्ट से 15 किमी. दूर वीआइपी रोड में फाइव स्टार होटल व अन्य सुविधाएं हैं। एयरोसिटी बनने के बाद माना एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ान शुरू होने की संभावनाएं बढ़ेगी। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एयरपोर्ट के आस-पास सुविधाएं भी मानकों में शामिल हैं। इससे पहले इंडिगो ने रायपुर से बैंकाक, दुबई, थाईलैंड के लिए सर्वे किया था। इस सर्वे में भी एयरपोर्ट के आस-पास सुविधाओं की कमी पाई गई थी।
एनआरडीए के सीईओ किरण कौशल ने कहा, नवा रायपुर में एयरोसिटी के लिए कवायद शुरू कर दी गई है। प्रारंभिक अनुमोदन मिलने के बाद दावा-आपत्ति मंगाने की तैयारी चल रही है।
माना स्वामी विवेकानंद एयरपोर्ट के प्रवीण जैन ने कहा, माना एयरपोर्ट में अंतरराष्ट्रीय स्तर का एटीसी टावर तैयार है। अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लायक रन-वे भी बनाया जा चुका है। एयरपोर्ट के आस-पास सुविधाएं मिलने से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों के लिए एयरलाइंस कंपनियों का आकर्षण बढ़ेगा।
फैक्ट फाइल
एयरोसिटी का क्षेत्रफल- 216 एकड़
प्रारंभिक अनुमोदन- 25 एकड़
एनआरडीए के पास जमीन- 90 एकड़
स्थान-एयरपोर्ट के पास बरौंदा, रमचंडी
क्या बनेगा- फाइव स्टार होटल, एंटरटेनमेंट जोन, मल्टीप्लेक्स, रेस्टोरेंट, होटल,बार, शापिंग माल, फूड जोन, कैफेटेरिया, गार्डन, गजीबों आदि।