रायपुर। राजधानी में मिलावटी आयुर्वेदिक दवा को लेकर फिर बड़ी कार्रवाई हुई। खाद्य एवं औषधि प्रशासन के अधिकारियों ने छापा मारकर 28 लाख रुपये की मिलावटी आयुर्वेदिक दवा जब्त की है। यह दवा ट्रक में भरकर इंदौर से रायपुर भेजी गई थी।

अधिकारियों ने बताया कि मिलावटी दवा को लेकर कार्रवाई के बीच जानकारी मिली कि इंदौर से ट्रक में भरकर गोंदवारा के महादेव ट्रांसपोर्ट में मिलावटी आयुर्वेदिक दवा लाई गई है, जो बजरंग आयुर्वेदिक एजेंसी की है। मामले में मिलावटी वाताहरी वटी आयुर्वेदिक दवा मिली। अधिकारियों ने दवा जब्त कर ली।

यह है पूरा मामला

मिलावटी आयुर्वेदिक दवा को लेकर दो फरवरी को औषधि प्रशासन विभाग ने दो फरवरी को छापामार कार्रवाई की थी। इसमें शारदा मेडिकल स्टोर सिमगा, बलौदाबाजार से पांच करोड़ रुपये, बजरंग आयुर्वेदिक एजेंसी (भारत माता चौक, बिरगांव व गीतांजलि नगर) रायपुर से 2.95 करोड़ रुपये, याशिका ट्रेडिंग एंड मार्केटिंग कंपनी शंकर नगर से 92 हजार और याशिका ट्रेडिंग वेयर हाउस बिरगांव से 28 लाख रुपये समेत कुल 8.23 करोड़ रुपये की मिलावटी आयुर्वेद दवा जब्त हुई। दवा इंदौर की चंदा आयुष कंपनी की बताई गई। चूंकि बजरंग आयुर्वेदिक एजेंसी गीतांजलि नगर में दवा निर्माण की मशीन मिली है। ऐसे में दवा यहां से भी बनने की बात सामने आ रही है। औषधि प्रशासन जांच में जुटी हुई है।

जब्त मिलावटी आयुर्वेदिक दवा में डाइक्लोफिनेक व एसिक्लोफिनेक जैसी एलोपैथी औषधि मिली पाई गई है। एजेंसियां इसे जोड़ों के दर्द व अन्य बीमारियों के लिए उपयोगी और जल्द राहत देने का दावा कर खपा रही हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा चिकित्सा विशेषज्ञ डा. संजय शुक्ला ने बताया कि इसमें एलोपैथी औषधि मिश्रित कर दी गई है। एलोपैथी दवा के लंबे समय तक उपयोग से किडनी, लिवर समेत अन्य अंगों को नुकसान होता है। आयुर्वेद में इसका मिश्रण खतरनाक है।

रायपुर उप औषधि निरीक्षक बसंत कौशिक ने कहा, इंदौर से गोंदवारा के महादेव ट्रांसपोर्ट में मिलावटी दवा आई थी। हमने कार्रवाई कर दवा जब्त की है। यह दवा बजरंग आयुर्वेदिक एजेंसी के नाम से भेजी गई थी। मध्य प्रदेश औषधि प्रशासन को इसकी जानकारी दी गई है। हम जल्द ही टीम वहां भेजेंगे।

Posted By: Ashish Kumar Gupta

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