रायपुर। Chhattisgarh News: छत्तीसगढ़ के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में जानकारी दी है कि अब बड़े अपराधों में इस्तेमाल किए जाने वाले नार्को टेस्ट के लिए देश के बड़े राज्यों में नंबर नहीं लगाना पड़ेगा। नार्को टेस्ट में प्रदेश अब आत्मनिर्भर बन गया है। राज्य सरकार ने नार्को टेस्ट के लिए जरूरी औपचारिकताएं पूरी कर ली गई है और एम्स के साथ मिलकर इसके लिए जरूरी मशीनें भी मंगा ली गई हैं।
नार्को टेस्ट में प्रदेश अब आत्मनिर्भर: गृहमंत्री
गौरतलब है कि नईदुनिया ने सबसे पहले एम्स में खुलेगा नार्को एनालिसिस सेंटर, नहीं जाना पड़ेगा हैदराबाद शीर्षक से प्रकाशित किया था। राज्य शासन की ओर से एम्स में नार्को टेस्ट के लिए काफी दिनों से प्रयास किया जा रहा था। राज्य न्यायालयिक प्रयोगशाला के संचालक डा. राजेश मिश्रा ने बताया था कि नार्को टेस्ट के लिए प्रस्ताव तैयार कर लिया गया है, जिसकी मंजूरी के लिए एम्स भेजा जाएगा। इसके बाद राज्य शासन से मंजूरी लेकर टेस्ट कराना शुरू कर दिया जाएगा।
प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू ने विधानसभा में बताया कि राज्य पुलिस अपराधियों पर लगाम कसने के लिए लगातार नई तकनीकों का इस्तेमाल कर रही है। बढ़ते हुए साइबर अपराधों पर नकेल कसने के लिए सभी पांच रेंज मुख्यालयों में साइबर थानों की स्थापना की जा रही है। अपराधों पर लगाम लगे इसके लिए दुर्ग में फारेंसिक साइंस लेबोरेट्री कालेज की स्थापना भी की जाएगी।
Posted By: Ashish Kumar Gupta