रायपुर। आरक्षण को लेकर भीम आर्मी ने बूढ़ातालाब धरनास्थल में बड़ा प्रदर्शन किया। नारेबाजी के बाद प्रदर्शनकारी मुख्यमंत्री निवास का घेराव करने निकले लेकिन पुलिस ने बैरिकेड लगाकर उन्हें रास्ते में ही रोक दिया गया। इस पर भीम आर्मी के कार्यकर्ता जमीन पर बैठ गए। अंत में उन्होंने जिला प्रशासन के अफसरों को ज्ञापन सौंपकर अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण को 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 16 प्रतिशत करने की मांग की।
इस आंदोलन और रैली में भीम आर्मी के संस्थापक और राष्ट्रीय अध्यक्ष चंद्रशेखर आजाद भी शामिल हुए। उन्होंने धरनास्थल पर अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण को बढ़ाकर 16 प्रतिशत करने, एससी वर्ग के लिए सर्वसुविधायुक्त 200 बिस्तर वाले हास्टल बनाए जाने, एससी और एसटी को नौकरी में पदोन्नति के लिए आरक्षण देने की तीन प्रमुख मांगें रखी।
आजाद ने कहा कि अधिकार मांगने से नहीं मिलता, इसे छीनना पड़ता है। छीनने के लिए शक्ति की जरूरत पड़ती है। शक्ति संगठन और सत्ता में है। जिनकी सत्ता होती है, उनको किसी के आगे हाथ नहीं फैलाना पड़ता। आजाद ने कहा कि हम सरकार को एक महीने का समय दे रहे हैं। अगर हमारी मांगें पूरी नहीं हुई तो प्रदेशस्तरीय बड़ा आंदोलन किया जाएगा। गांव-गांव जाकर भीम आर्मी के कार्यकर्ता भूपेश सरकार की नाकामी बताएंगे। सभा के पहले रैली भी निकाली गई।
प्रमुख मांगें
अनुसूचित जाति वर्ग के आरक्षण को 12 प्रतिशत से बढ़ाकर 16 प्रतिशत करें।
एससी वर्ग के लिए सर्वसुविधायुक्त 200 बिस्तर वाला हास्टल बनाया जाए।
एससी और एसटी वर्ग को नौकरी में पदोन्नाति के लिए आरक्षण दिया जाए।
Posted By: Ashish Kumar Gupta