रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। महिला कांग्रेस की राष्ट्रीय अध्यक्ष डी. नेट्टा द्वारा सुरक्षाकर्मियों को गाली देकर थूकने के विरोध में बुधवार को भाजपा महिला मोर्चा ने पुतला दहन किया। महिला मोर्चा की शहर अध्यक्ष सीमा संतोष साहू के नेतृत्व में महिला मोर्चा की पदाधिकारियों ने सुरक्षाकर्मियों के सम्मान यह आयोजन रखा। इस मौके पर सीमा संतोष साहू ने कहा कि कांग्रेस नेत्री डी. नेट्टा की यह अशोभनीय हरकत माफी योग्य नहीं है। उन्हें राजनीतिक शिक्षा की नहीं, बल्कि नैतिक शिक्षा की जरूरत है। सुरक्षाकर्मी जनमानस सहित देश सुरक्षा के लिए समर्पित है।

एक तरफ कांग्रेस की नेत्री प्रियंका गांधी का नारा है- लड़की हूं, लड़ सकती हूं। क्या यही सीख वे अपने कार्यकर्ताओं को दे रही हैं कि गाली दो और थूको। पुतला दहन में स्वप्निल मिश्रा, मिनी पांडेय, मनोरमा हनोटिया, सविता साहू, मिली बेनर्जी, सुषमा निर्मलकर, तिलेश्वरी धुरंधर, माया शर्मा, गीता ठाकुर, नीतू सोनी, सरोज साहू, पायल अंबानी, मीणा सेन, रजनी शेंडेगे, सुमन सिंह, विद्या साहू, नीतू ठाकुर, सुनीता तिवारी, श्रद्धा मिश्रा, पूर्णिमा यादव, कमल रंधवा सुतापा, पूजा बुंदेला, पुष्पा पटेल संघमित्रा, किरण सिंह समेत अन्य शामिल थे।

प्रदेश में खाद की कालाबाजारी चरम पर : हुपेंडी

प्रदेश में खाद की कालाबाजारी चरम पर है और प्रदेश सरकार श्रेष्ठ के विरोध में धरने पर बैठी है। किसान की दुर्दशा से पूरे प्रदेश में आम आदमी पार्टी (आप) व्यथित है। कांकेर जिले सहित पूरे बस्तर में दो से तीन गुना कीमत पर खाद की बिक्री हो रही है और कांग्रेस और भाजपा सिर्फ बयानबाजी में लगी हुई हंै। आप पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष कोमल हुपेंडी ने किसानों के हक में आवाज बुलंद कर कहा कि पूरे छत्तीसगढ़ में सिर्फ खाद ही नहीं, बीज का संकट भी है और जमकर कालाबाजारी चल रही है।

धमतरी में खाद संकट पर किसान हंगामा मचा रहे हैं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है। मानसून करीब एक सप्ताह देर से आया तथा प्री-मानसून की बारिश भी पर्याप्त नहीं हुई। इसके कारण धमतरी जिले में किसानी का कार्य पिछड़ गया। आम तौर पर जून के प्रथम सप्ताह में किसान जोताई कर लेते हंै। इस बार जुताई व बुवाई ने 20 जून के बाद जोर पकड़ा है। किसानी कार्य यहां करीब 15 दिन पिछड़ गया। सोसायटियों के माध्यम से 45 हजार टन खाद वितरण का लक्ष्य रखा गया था, लेकिन अब तक भंडारण सिर्फ साढ़े 19 हजार टन का हो पाया, जिसमें वितरण 17 हजार टन का हुआ है। महंगे दाम के बाद भी खाद नहीं मिलने के कारण किसान सोसायटी में हंगामा मचा चुके हैं।

Posted By: Pramod Sahu

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