रायपुर। CM Bhupesh Baghel प्रदेश में मतांतरण को लेकर कांग्रेस-भाजपा लगातार एक-दूसरे को घेरते नजर आ रहे हैं। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा कि छत्तीसगढ़ में होने वाले जबरिया मतांतरण के खिलाफ सरकार गंभीर है लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि किसी को भी कानून हाथ में लेने का अधिकार है। कानून हाथ में लेने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी। यदि किसी को शिकायत है तो पुलिस और प्रशासन के पास जाकर शिकायत करे, उस पर विधिवत कार्रवाई करेंगे। जगदलपुर में आयोजित छात्रावासी छात्रों के सम्मेलन में पहुंचे मुख्यमंत्री बघेल ने पत्रकारों के सवालों के जवाब देतेे हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में सबसे अधिक मतांतरण रमन सरकार के कार्यकाल में हुए हैं।

भाजपा कार्यकाल के 15 वर्षों में प्रदेश में सबसे अधिक चर्च का निर्माण हुआ है। चाहे तो रिकार्ड उठा कर देख लो। कांग्रेस सरकार के कार्यकाल में जबरिया मतांतरण की 16 शिकायतें आई है। इसमें से आठ शिकायतें सही मिलने पर उस पर कार्रवाई की गई है। आठ झूठी शिकायतों को खारिज कर दिया गया है। मुख्यमंत्री ने कहा, जब व्यक्ति मत ग्रहण करेगा तो प्रार्थना स्थल भी रहेगा। उदाहरण के लिए पहले जैन धर्म के लोग आएंगे तब जैन मंदिर बनेगा। जैसे हिंदू आएंगे तो मंदिर बनेगा। पहले मुस्लिम आएंगे तब मस्जिद बनेगा। इसका मतलब लोग मतांतरित हुए तब चर्च बना। सबसे अधिक चर्च किसके कार्यकाल में बने यह देख लो तो पता चल जाएगा कि सबसे ज्यादा मतांतरण भाजपा सरकार के कार्यकाल में हुआ।

बच्चों पर रासुका लगाने वाली भाजपा कानून की बात कर रही: भूपेश

रासुका पर बोलते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने भाजपा पर हमला बोला। उन्होंने कहा जो 10 बार खुद रासुका लगाए हैं वे क्या सवाल उठाएंगे। उत्तरप्रदेश में परीक्षा दिलाने वाले बच्चों पर रासुका लगाई जाती है। बच्चे नकल करते पकड़ाए तो रासुका। जिस स्कूल में पकड़े गए उस स्कूल के शिक्षक पर रासुका। उसकी संपत्ति जब्त करने के आदेश देते हैं। पहले भाजपा शासित राज्यों की स्थिति को देख लें इसके बाद बात करें।

पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने ट्वीट कर किया पलटवार

पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह ने ट्वीट कर लिखा है कि नारायणपुर की घटना के बाद दाऊ ने रासुका से भय का वातावरण बनाने की कोशिश की है। मतांतरण के विरुद्ध आवाज उठाने वाले आदिवासियों की आवाज दबाने के सारे प्रयास नाकाम होंगे। अब अपनी संस्कृ ति और आस्था की रक्षा करने के लिए आदिवासी किसी कानून और जेल से डरने वाले नहीं हैं। इसके पहले उन्होंने ट्वीट करके लिखा था कि दोस पराए देखि करि, चला हसन्त हसन्त, अपने याद न आवई, जिनका आदि न अंत। दाऊ भाजपा को सांप्रदायिक बताते हैं तो डेढ़ दशक में छत्तीसगढ़ में कोई सांप्रदायिक घटना क्यों नहीं हुई? यह उपद्रव कांग्रेस काल में ही क्यों दिखता है? कवर्धा हिंसा, रायपुर हिंसा और नारायणपुर हिंसा ।

विदेशी फंडिंग से हो रहा छत्तीसगढ़ में मतांतरण: बृजमोहन

छत्तीसगढ़ के पूर्व गृहमंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने राज्य की कांग्रेस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि छत्तीसगढ़ में हो रहे मतांतरण में विदेशी फंडिंग का उपयोग किया जा रहा है। ऐसा करने वालों को राज्य की भूपेश बघेल सरकार का संरक्षण प्राप्त है। राज्य सरकार इसे सुनियोजित तरीके से बढ़ावा दे रही है। राज्य के गृहमंत्री सिर्फ दिखावे के लिए चिंता करते है जबकि वे चाहें तो मतांतरण के हो रहे इस अनैतिक कार्य पर कड़ी कानूनी कार्रवाई कर सकते है। ऐसे में यह कहना अतिशयोक्ति नही है कि कांग्रेस का हाथ मिशनरियों के साथ है। मुख्यमंत्री दिल्ली जाकर मिशनरियों के साथ परम आत्मीयता से फोटो सेशन करवाते हैं। उन्हें भरोसा दिलाते हैं। उन्हें बताते हैं कि उनकी पुलिस मतांतरण का विरोध करने वाले आदिवासियों पर क्या क्या कार्रवाई कर रही है। उनके मंत्री कवासी लखमा मतांतरण करने वालों के वकील बनकर चुनौती देते हैं। उनके विधायक चंदन कश्यप ईसाई मिशनरी के पक्ष में बोल रहे हैं। अब और क्या सबूत दें कि कांग्रेस सरकार इस मतांतरण की सूत्रधार है।

Posted By: Vinita Sinha

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