रायपुर। Chhattisgarh News: सराफा कारोबारियों का कहना है कि अगले साल से लागू होने वाला हालमार्किंग की अनिवार्यता को आगे बढ़ा दिया जाए। अभी इसे लागू किया जाना जल्दबाजी होगी, क्योंकि अभी भी हालमार्किंग सेंटर काफी कम हैं। इसे लेकर रायपुर सराफा एसोसिएशन ने पिछले दिनों प्रधानमंत्री को पत्र भी लिखा है। गौरतलब है कि अगले साल एक जून 2021 से केंद्र सरकार देश भर में आभूषणों पर हालमार्किंग की अनिवार्यता की घोषणा की है। बुनियादी तैयारी पूरी नहीं होने के कारण व्यवसायियों को इसे लेकर दिक्कतें आ रही हैं।
रायपुर सराफा एसोसिएशन के अध्यक्ष हरख मालू ने बताया कि यह पूरा साल तो कोरोना के कारण लोग अपने व्यापार को संभालने में ही लगे हुए हैं। साथ ही अभी तक हालमार्क सेंटर सभी जगह नहीं बने है। इसके कारण इसे जल्दबाजी में लागू नहीं किया जाना चाहिए। उन्होंने बताया कि इस संबंध में एसोसिएशन ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र भी लिखा है और मांग की है कि इसे आगे बढ़ाया जाए। उन्होंने बताया कि इसके नियम के अनुसार सराफा कारोबारियों को जेल व जुर्माने तक का प्रावधान है।
जबकि अभी छत्तीसगढ़ में ही मुश्किल से पांच से छह हालमार्किंग सेंटर है और देश में कुछ ही जगहों में व्यक्तिगत हॉल मार्किंग सेंटर खुले हैं। जबकि केंद्र सरकार को देशभर में हर जिलों और कस्बों में हॉल मार्किंग खोला जाना चाहिए। मालू ने कहा कि साथ ही 20 कैरेट गोल्ड ज्वेलरी को भी मान्यता दी जानी चाहिए। 20 कैरेट ज्वेलरी की जबरदस्त मांग रहती है। ये बनने में मजबूत होने के साथ ही बजट में भी होती है।
Posted By: Himanshu Sharma
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