रायपुर। सोशल मीडिया में फर्जी अकाउंट बनाकर लोगों से साइबर ठगी के मामले तेजी से बढ़े हैं। ताजा मामला रायपुर से सामने आया है। यहां साइबर ठग ने पूर्व मुख्यमंत्री डा. रमन सिंह का फर्जी सोशल मीडिया अकाउंट बनाकर पैसे की मांग कर रहा है।
रमन सिंह ने जानकारी दी
मामला सामने आने पर पूर्व मुख्यमंत्री डा रमन सिंह ने ऐसे ठगों से बचने की अपील की है। उन्होंने खुद इसकी जानकारी अपने फेसबुक पेज पर साझा की है। कहा कि किसी ने उनका फर्जी फेसबुक अकाउंट बना लिया है और लोगों से पैसों की मांग की जा रही है। उन्होंने लोगों से अनुरोध किया कि किसी भी प्रकार का लेनदेन न करें।
पूर्व सीएम की अपील, आनलाइन ठगी से बचें
उन्होंने सोशल मीडिया पर लिखा है, फेसबुक पर मेरे नाम से एक फेक प्रोफाइल बनाकर प्रदेशवासियों को आर्थिक लेन-देन के लिए संदेश भेजे जा रहे हैं। मैं आप सभी से निवेदन करता हूं कि ऐसे किसी भी संदेश के छलावे में न आएं और आनलाइन ठगी से बचें।
मालूम हो कि छत्तीसगढ़ में इससे पहले भी छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री और आइएएस-आइपीएस अफसरों का फर्जी अकाउंट बनाकर ठगी का मामला सामने आ चुका है। इसे लेकर पहले भी रायपुर के पुलिस थानों में प्राथमिकी दर्ज है।
सीएम भूपेश ने ऐसे ली चुटकी
हालांकि डा.रमन के फर्जी फेसबुक आइडी से ठगी का प्रयास विफल रहा किंतु इस प्रकरण ने फिर राजनीतिक मोड़ ले लिया। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने चुटकी लेते हुए कहा- ठग के साथ ठगी। जिसने पूरे छत्तीसगढ़ को ठगा, मजदूरों को ठगा, युवाओं को ठगा और तो और चिटफंड कंपनी से मिलकर लोगों को ठगा। वह ठग महराज हैं, उनको किसने ठग लिया।
बस्तर आइजी की बन चुकी है फेक आईडी :
- कुछ समय पहले ठगों ने बस्तर आईजी सुंदरराज पी की ही फर्जी फेसबुक आइडी बना डाली और तो और इस आइडी से लोगों से पैसे भी मांगने लगे। पिछले साल दुर्ग के कलेक्टर रहे डा. सर्वेश्वर भूरे भी साइबर ठगों का शिकार बन चुके हैं। हालांकि भूरे अब रायपुर के कलेक्टर हैं। इंटरनेट मीडिया अकाउंट में ठग ने पहले फर्जी आइडी बनाई। इसमें कलेक्टर डा. भुरे की फोटो को उपयोग किया। फिर उन लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजा, जिन्होंने भुरे की फोटो पर ज्यादा कमेंट व रिप्लाई किया। कई ने कलेक्टर डा. भुरे की तस्वीर देखकर फ्रेंड रिक्वेस्ट देखकर एक्सेप्ट भी किया। ठग द्वारा पैसों की डिमांड भी की गई।
ऐसे करते हैं ठगी :
साइबर ठग लोगों से पैसे ठगने पहले बड़े अफसरों, कारोबारियों या सेलिब्रिटी जैसे लोगों की फोटो का इस्तेमाल करते हुए फेक आइडी बनाते हैं। इसके बाद वे इसी आइडी से लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजते हैं और फिर जब संबंधित व्यक्ति फ्रेंड रिक्वेस्ट एक्सेप्ट कर लेता है तो कुछ दिनों बाद अचानक ही पैसों की जरूरत बताते हुए पैसे मांगते हैं और एक विशेष नंबर देकर वे उस नंबर पर आनलाइन ट्रांजेक्शन करने की मांग करते हैं।
इंटरनेट अकाउंट की करें खुद सुरक्षा :
- अपने टि्वटर अकाउंट की सुरक्षा के लिए सबसे पहले तो आपको एक मजबूत पासवर्ड बनाने की जरूरत है। पासवर्ड में कैपिटल लेटर्स, स्माल लेटर्स, स्पेशल लेटर्स और न्यूमेरिक लेटर्स को मिलाकर तैयार होना चाहिए। इतना ही नहीं आपको अपने फोन नंबर, जन्मतिथि, किसी प्रियजन के नाम से जुड़े पासवर्ड रखने से बचना चाहिए। इसके अलावा अपने अकाउंट की सुरक्षा के लिए आप टू फैक्टर आथेंटिकेशन का विकल्प भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इस तरीके में अकाउंट लागिन करने के लिए पासवर्ड डालने के बाद आपको फोन या ई-मेल पर एक कोड भेजा जाता है, जिसे डालने के बाद ही आप लागिन कर सकते हैं।
फेसबुक, इंस्टाग्राम की सुरक्षा के लिए अपनाएं ये टिप्स:
टि्वटर की तरह ही आप अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम अकाउंट की सुरक्षा भी मजबूत कर सकते हैं। इसके लिए भी पहली शर्त तो एक मजबूत पासवर्ड बनाना है। साथ ही अतिरिक्त सुरक्षा के लिए आपको हर छह महीने में अपना पासवर्ड चेंज कर देना चाहिए। इसके अलावा आप अपने फेसबुक और इंस्टाग्राम भी टू फेक्टर आथेंटिकेशन की सुविधा मिलती है। वहीं फेसबुक पर आप एक्स्ट्रा सेटिंग का उपयोग करते हुए प्रोफाइल लाक करने का आप्शन अपना सकते हैं। साथ ही आप अपने अकाउंट की कौन सी जानकारी पब्लिक करना चाहते हैं और कौन सी नहीं इसका चुनाव कर सकते हैं।
Posted By:
- Font Size
- Close