रायपुर।कोरोना पॉजिटिव मरीजों का इलाज एम्स में चल रहा है। ऐसे में राज्य शासन ने सहयोग के तौर पर आंबेडकर अस्पताल के चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई थी, लेकिन कोरोना संक्रमण का डर ऐसा हावी हो गया कि जिन चिकित्सकों की ड्यूटी लगी थी, उनमें से कुछ खुद न जाकर मेडिकल की पढ़ाई कर रहे छात्रों को ही आगे कर रहे हैं।
मामले की जानकारी होते ही डीएमई डॉ. एसएल आदिले ने बैठक बुलाकर फटकार लगाई और कहा कि जिनकी भी ड्यूटी एम्स में लगाई गई है, वे अपनी जिम्मेदारी निभाएं। इधर जिस तरह से चिकित्सकों द्वारा ढुलमुल रवैया बरता गया है, इससे एम्स प्रबंधन ने किसी का नाम तो नहीं लिया, लेकिन ऐसे चिकित्सकों के लिए नाराजगी जाहिर की है।
इधर मेडिकल के छात्र भी नाम न बताने की तर्ज पर चिकित्सकों के इस रवैए को लेकर परेशान नजर आ रहे हैं। मामले में डीएमई डॉ. आदिले ने बताया कि कोरोना संक्रमण का एम्स में इलाज जिस तरह से किया जा रहा है, इसे देखते हुए आंबेडकर अस्पताल से चिकित्सकों की टीम को प्रशिक्षण के लिए ड्यूटी लगाई थी। चिकित्सकों को ड्यूटी करने कहा गया है। साथ ही नया ऑर्डर निकालकर कोरोना संक्रमित वार्ड में भी ड्यूटी करने को कहा गया है।
आंबेडकर अस्पताल के इन चिकित्सकों की लगी ड्यूटी
- मेडिसिन विभाग : डॉ. आरएल खरे, सह प्राध्यापक, डॉ. गौरव बेहरा पीजी छात्र, डॉ. विकास पोद्दार पीजी छात्र।
-निश्चेतना विभाग : डॉ. सीपी भगत, सहायकत प्राध्यापक, डॉ. बेलदार रेसीडेंट, डॉ. मुकुंदा रेसीडेंट।
-शिशु रोग विभाग : डॉ. शशिकांत देवांगन सहायक प्राध्यापक, डॉ. किरण पंकज सीनियर रेसीडेंट, डॉ. भूपेंद्र पीजी छात्र
-सर्जरी विभाग : डॉ. सनी पसरिजा सहायक प्राध्यापक, डॉ. मनोज भारती पीजी रेसीडेंट, डॉ. नितीश राय पीजी रेसीडेंट।
- आंबेडकर अस्पताल से कुछ चिकित्सकों की ड्यूटी लगाई गई है। हमने सभी का वहां कोरोना मरीजों के चल रहे इलाज में मदद करने और प्रशिक्षण लेने के लिए भेजा था। किन-किन चिकित्सकों ने ड्यूटी नहीं की है, उनकी जानकारी लेता हूं। जिनकी भी ड्यूटी लगाई गई है। उन्हें अनिवार्य रूप से सेवाएं देनी है। - डॉ. विनीत जैन, अधीक्षक, डॉ. भीमराव आंबेडकर अस्पताल