रायपुर (नईदुनिया प्रतिनिधि)। रामकृष्ण केयर हास्पिटल में रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी का शुरूआत हो चुकी है। अब तक 10 जटिल रोगियों की सफल सर्जरी कर उन्हें नया जीवन मिला है। चौथी जनरेशन की रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी सिस्टम मध्यभारत की पहली ऐसी तकनीक है, जहां एक्सपर्ट किसी रोबोट के माध्यम से सर्जरी कर रहे हैं। इसमें सर्जरी के दौरान मरीज को कम से कम चीरा लगने, रक्तस्राव ना के बराबर होने की वजह से घाव बेहद जल्दी भरता है।
मेडिकल व मैनेजिंग डायरेक्टर डाक्टर संदीप दवे ने बताया कि रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी अपनी अत्याधुनिक टेक्नोलाजी व चिकित्सा सुविधाओं के कारण पूरी दुनिया में लोकप्रिय है। राज्य में सभी वर्गों को अत्याधुनिक चिकित्सा उपलब्ध कराने के लिए यह एक बड़ी पहल है। इससे इलाज कराने वाले मरीजों को कम समय अस्पताल में रहना पड़ता है। जल्दी स्वस्थ होने की वजह से समय व पैसों की बचत होती है। लेजर गाइडेंस के कारण आपरेशन सटीक और सुरक्षित है। बता दें अत्याधुनिक टेक्नालाजी के साथ ही स्पेशलिस्ट लेप्रोस्कोपिक सर्जन डा. संदीप दवे, डा. जव्वाद नकवी, डा. सिद्धार्थ तामस्कर, डा. विक्रम शर्मा जैसे विशेषज्ञ रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी की सेवाएं दे रहे हैं।
इन बीमारियों के लिए बेहद उपयोगी
रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी कोलोरेक्टल सर्जरी, कोलन व रेक्टम की एसोफेगल कैंसर, एसोफेगेक्टामी, सर्वाइकल, ओवेरियन, यूटेराइन, छोटी व बड़ी आंत, बच्चेदानी के कैंसर की सर्जरी जैसे अन्य सर्जरी समेत छाती, फेफड़ाें व पेट के किसी भी तरह की सर्जरी के लिए बेहद सुरक्षित व उपयोगी है।
पांचवें आपरेशन से था खतरा, सर्जरी से जल्दी रिकवरी

रायपुर निवासी शिक्षिका व समाजसेवी आभा बघेल ने बताया कि वह लंबे समय से गर्भाशय (ओवेरियन सिस्ट) की गंभीर बीमारी से जूझ रही थी। अलग-अलग कारणों से पांच बार आपरेशन हो चुका था। इसलिए खतरा बहुत था। चिकित्सकों के परामर्श व काउंसलिंग के बाद रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी हुई। इसके बाद अस्पताल से जल्दी छुट्टी मिल गई। साथ ही रिकवरी भी जल्दी हो रहा है।
रामकृष्ण केयर हास्पिटल का लक्ष्य अत्याधुनिक टेक्नालाजी के साथ राज्य की जनता को उचित खर्च पर स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है। रोबोटिक असिस्टेड सर्जरी के माध्यम से मरीजों को मध्यभारत में यह पहली सुविधा मिल रही है।
-डा. संदीप दवे, मेडिकल व मैनेजिंग डायरेक्टर, रामकृष्ण केयर हास्पिटल
Posted By: Pramod Sahu
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