रायपुर। Raipur News देशभर के आइआइटी, एनआइटी और ट्रिपलआइटी जैसे बड़े संस्थानों से इंजीनियरिंग करने का सपना देख रहे हजारों छात्र-छात्राएं चार जून को होने वाली जेईई एडवांस प्रवेश परीक्षा की तैयारी में जुटे हुए हैं। जेईई मेंस में अच्छा स्कोर करने वाले छात्रों को जेईई एडवांस परीक्षा में बैठने का मौका मिलता है। दो शिफ्ट में होने वाली परीक्षा में फिजिक्स, केमेस्ट्री और मैथ्स के सवाल पूछे जाते है। छात्र पिछले वर्षों के प्रश्नपत्र को ज्यादा से ज्यादा हल करें, इससे परीक्षा पैटर्न भी समझ में आ जाएगा। चार जून को होने वाली जेईई एडवांस परीक्षा प्रथम पाली में सुबह नौ से 12 बजे तक और दूसरी पाली दोपहर दो से पांच बजे तक होगी।

एलन करियर इंस्टीट्यूट के कुणाल सिंह ने कहा कि जैसे-जैसे परीक्षा का समय नजदीक आता है, वैसे ही छात्रों के मन में परीक्षा को लेकर डर बैठ जाता है। छात्र सकारात्मक होकर परीक्षा की तैयारी करें। ऐसा कोई भी चैप्टर न पढ़े जिससे मन में तनाव हो। कई बार छात्र सभी चैप्टर पढ़ने के चक्कर में आने वाले चैप्टर को भी भूल जाते है। जो चैप्टर नहीं आता है, उसे हल करने की कोशिश करने से निराशा हाथ लगती है। जब छात्र सवालों को हल करते हैं, अच्छे से हल नहीं कर पाते है तो तनाव में आ जाते है। जो आता रहता है वो भी भूल जाता है। छात्रों को नए चैप्टर पढ़ने के बजाय जो चैप्टर अच्छे से आ रहे है उन्हीं का रिवीजन करें। नया पढ़ने के चक्कर में पुराना भी भूल जाता है। इससे परीक्षा की अच्छी तैयारी होगी।

सभी प्रश्न हल करने की कोशिश न करें

विशेषज्ञ कुणाल सिंह ने कहा कि छात्र सभी प्रश्न हल करने की कोशिश न करें। माइनस मार्किंग होने के कारण गलत उत्तर लिखने पर नंबर भी कटते हैं। कई बार छात्र सभी प्रश्नों को हल करने के चक्कर में अपना नुकसान कर बैठते है। जो भी प्रश्न हल करें, जो अच्छे से आते हो। कम सवाल हल करें, लेकिन जो करे पूरी सावधानी के साथ करें।

समय प्रबंधन जरूरी

परीक्षा के दौरान समय प्रबंधन बहुत जरूरी है। परीक्षा के दौरान तीन घंटे का समय भी कम पड़ जाता है। इसके लिए छात्र को जेईई एडवांस के पिछले 10 वर्षों के पेपर को साल्व करें। इससे समय प्रबंधन भी हो जाएगा, साथ ही प्रश्नपत्र का पैटर्न भी समझ में आ जाएगा। कई बार छात्र शुरुआती प्रश्नों को हल करने में उलझ जाते है, जिससे अंतिम के आते हुए प्रश्न छूट जाते है।

स्वास्थ्य का ख्याल रखना जरूरी

परीक्षा के नजदीक आते ही छात्रों का पढ़ाई का समय बढ़ जाता है। छात्रों को पढ़ाई के साथ-साथ अपने स्वास्थ्य का ख्याल भी रखना जरूरी है।स्वास्थ्य अच्छा होने पर ही आप अच्छे से परीक्षा के तैयारी कर पाएंगे। भरपूर नींद के साथ हेल्दी खान-पान रखना बहुत जरूरी है। छात्रों की तैयारी में पैरेंट्स भी मदद करें। हर समय उनसे परीक्षा की तैयारी के संबंध में ही बातचीत करने से बचे, ताकि छात्र तैयारी को लेकर तनाव न लें।

Posted By: Vinita Sinha

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