रायपुर (राज्य ब्यूरो )। राष्ट्रीय लेबर फोर्स सर्वे रिपोर्ट कार्ड में देश-प्रदेश की बेरोजगारी दर के स्तर का पर्दाफाश होते ही प्रदेश में कांग्रेस-भाजपा आमने सामने हैं। कांग्रेस यह कहकर केंद्र की मोदी सरकार को घेर रही है कि मोदी राज में बेरोजगारी 50 साल में सबसे ज्यादा है। जबकि प्रदेश भाजपा ने राज्य सरकार पर निशाना साधा है कि फर्जी आंकड़ों के सहारे सबसे कम बेरोजगारी दर बताने का ढोल फूट गया है। विधानसभा के नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल ने बेरोजगारी पर सामने आए राष्ट्रीय सर्वे के आधार पर कहा कि देश के 19 राज्यों में पांच प्रतिशत तक बेरोजगारी घटी है अर्थात रोजगार बढ़ा है लेकिन छत्तीसगढ़ में रोजगार घटे हैं और बेरोजगारी बढ़ी है। उन्होंने आरोप लगाया है कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल सार्वजनिक रूप से झूठ बोलते हैं कि चार साल में पांच लाख नौकरी दे दी, लेकिन विधानसभा में ऐसा दावा करने की हिम्मत नहीं दिखाते। वहां उनका झूठशास्त्र उनके बैग से बाहर नहीं निकलता।
मोदी सरकार की नाकामियां उजागर
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग अध्यक्ष सुशील आनंद शुक्ला ने कहा कि इस रिपोर्ट के अनुसार भी अन्य राज्यों की अपेक्षा आज भी छत्तीसगढ़ में बेरोजगारी दर सबसे कम है। उन्होंने आरोप लगाया कि रिपोर्ट ने रोजगार के संबंध में मोदी सरकार की नाकामियों को उजागर किया है। रिपोर्ट के निष्कर्षो के अनुसार ग्रामीण और शहरी भारत दोनों में 1972 के बाद बेरोजगारी दर सबसे अधिक है। इसका सीधा अर्थ है मोदी सरकार देश के लोगों को रोजगार उपलब्ध करा पाने में पूरी तरह असफल साबित हुई है। ग्रामीण और शहरी दोनों समूहों में पुरुषों और महिलाओं के बीच बेरोजगारी की दर भी सबसे अधिक है। जब 2018 में भाजपा की सरकार छत्तीसगढ़ में थी तब छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर 22 फीसदी थी आज छत्तीसगढ़ की बेरोजगारी दर आधा फीसदी से भी कम है, जो देश में सबसे कम है।
Posted By: Abhishek Rai