रायपुर। Chhattisgarh Sharab Ghotala शराब घोटाला मामले में आबकारी विभाग के बड़े अफसर एपी त्रिपाठी को ईडी ने शुक्रवार को कोर्ट में पेश किया। जहां फिर से एपी त्रिपाठी को सात दिन के लिए न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है। प्रवर्तन निदेशालय की ओर से अधिवक्ता सौरभ पाण्डेय ने बताया, दो जून को फिर से एपी त्रिपाठी को पेश किया जाएगा। इसी दिन अनवर ढेबर, नितेश पुरोहित और त्रिलोक ढिल्लों को भी अदालत लाया जाएगा। ईडी के मुताबिक एपी त्रिपाठी की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। मुनाफाखोरी के लिए करने में त्रिपाठी ने सहयोग किया है। शराब कारोबारियों से रिश्वत भी ली। फिलहाल इस मामले में अब तक चार को ईडी ने जेल भेजा है।

शराब निर्माताओं पर कार्रवाई क्यों नहीं: वकील रिजवी

शराब घोटाले केस में शुक्रवार को कोर्ट में वकील फैजल रिजवी ने पीड़ित पक्ष की तरफ से पैरवी करते हुए कहा कि ईडी और शराब निर्माता (डिसलरी वालो) के बीच जरूर कोई सांठ-गांठ है। तथाकथित सकैम में ईडी द्वारा जो आरोप लगाए जा रहें है उनके मुख्य सूत्रधार तो शराब निर्माताओं को होना चाहिए क्योंकि शराब का निर्माण, पैकिंग और होलोग्राम लगा के सरकारी गोडाउन तक शराब पहुंचाने का काम शराब निर्माताओं का हैं, लेकिन इसके बावजूद भी ईडी द्वारा शराब व्यापारियों को रियायत देते हुए, उन पर कार्रवाई करने की जगह अनवर ढेबर एवं अन्य को इस मामले का मुख्य आरोपित बना रही है।

अब तक लगभग 180 करोड़ रु. की कुल जब्ती और कुर्की

बता दें कि बीते कुछ दिन पहले प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने छत्तीसगढ़ राज्य में शराब घोटाले की चल रही जांच में अनिल टुटेजा, कारोबारी अनवर ढेबर, अरुणपति त्रिपाठी और अन्य के संबंध में ₹121.87 करोड़ की 119 अचल संपत्ति कुर्क की है। इस मामले में अब तक लगभग 180 करोड़ रु. की कुल जब्ती और कुर्की की गई है।

Posted By: Vinita Sinha

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