रायपुर। छत्तीसगढ़ के अधिकतर प्राथमिक और माध्यमिक स्कूलों में खेल मैदान नहीं हैं। रायपुर जिले में लगभग पांच सौ से ज्यादा ऐसे स्कूल हैं, जिनका अपना खेल का मैदान नहीं है। राजधानी रायपुर को ही लें, संचालित सखाराम दुबे प्राथमिक विद्यालय, पीजी उमाठे, रविग्राम हायर सेकेंडरी स्कूल, अमलीडीह प्राथमिक स्कूल, तेलीबांधा प्राथमिक स्कूल, कटोरा तालाब प्राथमिक स्कूल में मैदान की दिक्कत है।
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि शहरी इलाके में स्कूल खोलने के लिए जमीन का मिलना मुश्किल होता है। पहले तो विभाग छात्रों के पढ़ने के लिए भवन की व्यवस्था करता है, फिर मैदान के बारे में सोचता है। हालांकि सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद एक बार फिर स्कूलों में खेल मैदान की चर्चा शुरू हो गई है। स्कूलों में खेल मैदान के लिए नईदुनिया आठवीं घंटी नाम से अभियान चला रहा है।
इसी अभियान के तहत रायपुर जिले के हर ब्लाक के शिक्षा विभाग के अधिकारियों से बातचीत कर पड़ताल की गई, जिसमें पांच सौ से ज्यादा स्कूलों में मैदान नहीं होने की बात निकलकर सामने आई। शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि स्कूल में ज्यादातर छात्र खेलने में रुचि नहीं रखते हैं। जिन छात्रों को खेलकूद में रुचि होती है, उनके लिए मैदान की वैकल्पिक व्यवस्था कराई जाती है।
पुराने स्कूलों में मैदान की ज्यादा समस्या
शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने बताया कि पुराने स्कूलों में मैदान की ज्यादा समस्या है। स्थानीय जनप्रतिनिधि की मांग पर स्कूलों का उन्नायन कर दिया जाता है। खेल मैदान में अतिरिक्त भवन का निर्माण कर कक्षाओं में पढ़ाई शुरू कर दी जाती है, लेकिन मैदान समाप्त हो जाते है। ग्रामीण इलाकों में एक किलोमीटर के दायरे में प्राथमिक स्कूल होना चाहिए। तीन किलोमीटर में माध्यमिक, पांच किलोमीटर में हाई और सात किलोमीटर में हायर सेकेंडरी स्कूलों का प्रविधान है।
नजदीक के खेल मैदान से अनुबंध करते हैं
बिना खेल मैदान के स्कूलों को मान्यता नहीं मिलती है। निजी स्कूल के संचालक नजदीकी खेल मैदान के मालिक के साथ अनुबंध करके प्रमाण-पत्र बनवाते है। मान्यता लेने के समय खेल मैदान के लिए अनुबंध प्रमाण-पत्र जमा करते है। खेल मैदान नहीं होने के कारण स्कूलों में खेल संबंधित किसी भी प्रकार की गतिविधि नहीं कराई जाती है, जिसका खामियाजा हमें राष्ट्रीय स्तर में होने वाले खेल प्रतियोगिताओं में भुगतना पड़ता है। हमारे प्रदेश के खिलाड़ी ज्यादा मेडल नहीं जीत पाते हैं।
खेल मैदानों में अतिक्रमण की समस्या
रायपुर जिला शिक्षा अधिकारी आरएल ठाकुर ने कहा, खेल मैदानों में अतिक्रमण की समस्याएं हैं। हर ब्लाक से खेल मैदानों में अतिक्रमण की सूची मंगवा रहे हैं। इसके बाद एसडीएम के साथ मिलकर मैदानों को अतिक्रमण मुक्त कराएंगे। जिन स्कूलों में मैदान नहीं है, वहां पर मैदान की वैकल्पिक व्यवस्था पर विचार किया जाएगा।
Posted By: Ashish Kumar Gupta
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