रायपुर। यातायात नियमों का उल्लंघन करना ही सड़क दुर्घटनाओं की सबसे बड़ी वजह है। छततीसगढ़ के ग्रामीण इलाकों में तो इसकी समझाइश छह महीने या साल में दो-तीन बार ही लोगों को मिलती है, लेकिन शहर में लगातार वाहन चालकों को यातायात नियमों की जानकारी दी जाती है। इसके बाद भी शहरों में जल्दबाजी की आड़ में हर रोज लोग यातायात के नियमों की अनदेखी करते हैं। कई बार यही अनदेखी हादसों में बदल जाती है। जानकर भी गलत दिशा में चलना या गलत दिशा से ओवरटेक करना बड़ा खतरा है। फिर भी लोग यही करते हैं। मोटर साइकिल चालक भी हेलमेट की उपयोगिता को नहीं समझकर जान गंवा बैठते हैं। छत्तीसगढ़ के राजनांदगांव जिले में पिछले 10 महीने में 615 सड़क हादसे हुए, जिसमें 221 लोगों ने जान गंवाई है। गंभीर बात यह है कि इन सड़क हादसों में 278 हादसे मोटर साइकिल चालकों के हैं। इसमें हेलमेट नहीं लगाने की वजह से करीब 116 लोगों की मौत हुई है। वहीं 637 घायलों में भी 269 घायल बाइक सवार ही है। इसमें दर्जनों मामले गलत दिशा की वजह से भी हुए हैं। इस तरह के हादसों पर अंकुश लगाने यातायात पुलिस लगातार अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक भी कर रही है। बावजूद लोग यातायात नियमों का उल्लंघन कर हर साल सड़क हादसों का आंकड़ा बढ़ा रहे हैं।
0 ये हैं राजनांदगांव के डेंजर प्वाइंट्स
जिला मुख्यालय में ही दर्जनों डेंजर प्वाइंट्स है, जहां आए दिन छोटी-बड़ी दुर्घटनाएं होती रहती है। इसमें सबसे बड़ा डेंजर जोन फरहद चौक है। दर्जनों बार यहां पास हादसे हो चुके हैं। चार से पांच लोगों की मौत भी हो चुकी है। इसी तरह शहर का नंदई चौक व मोहारा रोड भी डेंजर जोन बन गया है। मोहारा रोड में बायपास किनारे शराब दुकान खुलने के बाद से इस रोड पर यातायात का दबाव चार गुणा बढ़ गया है। नंदई चौक पर लगा सिग्नल भी बंद है। इस वजह से भी नंदई चौक पर हादसों का खतरा बढ़ गया है। मोहारा रोड और बायपास में भी सड़क दुर्घटना में लोग जान गंवा चुके हैं।
0 लापरवाही ही बन रही हादसों की वजह
नाबालिगों को भी यातायात पुलिस हर साल समझाइश देती है। बावजूद कम उम्र में ही बाइक और कार दौड़ने की स्पर्धा बढ़ गई है। नाबालिगों के साथ अभिभावकों की यही लापरवाही घर की खुशियों को मातम में बदल रही है। नियमों के जानकार भी कई बार जल्दबाजी में गलत दिशा में वाहन दौड़ा देते है। यही नहीं गलत दिशा से ओवरटेक भी करते हैं। नशे में भी वाहन चलाने वाले गाड़ियों की रफ्तार कंट्रोल नहीं कर पाते। यही सब कारण हादसों को बढ़ा रहे हैं। इन हादसों में घायल के साथ मौतें भी हो रही है।
0 हेलमेट पहनकर ही बाइक चलाएं...
सड़क सुरक्षा को लेकर शहर व ग्रामीण क्षेत्रों के लोगों को जागरूक करने में लगे छात्र युवा मंच के नागेश यदु ने कहा कि मोटर साइकिल चलाते समय हेलमेट जरूर पहनें। इससे हमारी ही सुरक्षा है। उन्होंने कहा कि ज्यादातर बाइक चालक हेलमेट का अतिरिक्त वजन मानकर पहनते नहीं हैं, बल्कि बाइक के पीछे लटका देते हैं। ज्यादातर सड़क दुर्घटनाओं में सिर पर ही चोंट लगने से मौत होने की वजह सामने आती है। इसलिए नागेश ने लोगों को जागरूक कर हेलमेट की उपयोगिता के साथ यातायात के नियम तक बता रहे हैं। जिससे हादसों पर होने वाली मौतों पर अंकुश लगाया जा सकें।

00 बाक्स में
इन वजह से हो रहे हादसे
0 नशे की हालत में तेज रफ्तार वाहन चलाने
0 गलत दिशा से ओवरटेक करने
0 तेज रफ्तार के बाद गति पर कंट्रोल नहीं कर पाने
0 मोड़ में वाहन को नियंत्रित नहीं कर पाने
सख्त कार्रवाई की जा रही
0 वाहन जब्ती के साथ 956 चालकों पर चालानी कार्रवाई
- यातायात नियमों के उल्लंघन मामले में 285 गाड़ियां जब्त की गई
- सालभर में जिले के करीब 956 चालकों पर चालानी कार्रवाई हुई
- तीन सवारी वाले 345 चालकों से चालान लिया गया
- वर्तमान में मास्क बिना वाहन चलाने वाले 165 चालकों पर चालानी कार्रवाई की गई
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लगातार देते हैं समझाइश
यातायात के नियमों को लेकर अभियान चलाकर चालकों को लगातार जागरूक किया जाता है। बिना हेलमेट और गलत दिशा में चलने वालों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाती रही है। वाहन चालकों को खुद जागरूकता दिखाने की जरूरत है। तीन सवारी और नशे में वाहन चलाने वालों के खिलाफ भी समय-समय पर अभियान चलाकर चालानी कार्रवाई करते हैं। जल्द ही जिलेभर में अभियान चलाकर वाहन चालकों को जागरूक किया जाएगा।
गजेंद्र ठाकुर, डीएसपी यातायात
Posted By: Nai Dunia News Network
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