Pet Care Tips: रायपुर। तेज धूप का इंसान के साथ पशुओं पर भी बुरा प्रभाव पड़ता है। गर्मियों में अक्सर मौसम बदल जाने के कारण पेट्स के स्वास्थ्य पर खतरा रहता है। गर्मियों में डाग्स को लेकर विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है, ताकि गर्मी के कारण वे बीमार न पड़ जाएं। जब बाहर का तापमान अधिक रहता है, तो पेट्स भी ओवरहीट होने लगते हैं। जिससे उनकों डिहाइड्रेशन और हीटस्ट्रोक जैसी कई दिक्कतें होने लगती है। वहीं गर्मियों में उनके खाने-पीने का भी विशेष ध्यान देना चाहिए। ज्यादा हैवी खाना नहीं देना चाहिए ताकि उनका पेट साफ रहे। यदि डाग्स को कहीं बाहर ले जा रहे हैं तो छायादर जगह में ही लेकर जाए।

गर्मी से पेट्स को यह हो सकती है परेशानी :

पशु चिकित्सक डा. पदम जैन ने बताया कि पालतु पशुओं के लिए अनुकुलतम तापमान कमरे के तापमान यानी 22 से 25 डिग्री सेल्सियस होता है। इससे ज्यादा तापमान पर उनकों समस्याएं होने लगती है। गर्मी से सबसे ज्यादा खतरा लू लगने का होता है। डाग को पसीना नहीं आता इससे उनके शरीर के अंदर का तापमान बहुत ज्यादा हो जाता हो जाता है।

शरीर ज्यादा गर्म होने से डाग को हिट स्ट्रोक का खतरा होता है। हिट स्ट्रोक में पशु के शरीर का तापमान 107 से 108 डिग्री सेल्सेसियस तक चला जाता है। अधिक समय ऐसा ही रहा तो आर्गन डैमेज होने लगते है और काम करने बंद कर देते हैं। इससे उनकी मौत भी हो सकती है। इसके साथ उल्टी, दस्त और डायरिया गर्मी के कारण पालतु पशुओं में ज्यादा देखने को मिलती है।

कैसे बचा जा सकता है

डा. पदम जैन ने बताया कि गर्मी में पालतु पशुओं को स्वास्थ्य संबंधी समस्या ना हो इसलिए पेट्स का देखभाल अच्छे से करना चाहिए। जितना हो सके पेट्स को ठंडी जगह में रखना चाहिए। उनके रहने की जगह में एसी या कूलर की व्यवस्था होनी चाहिए ताकि उन्हे ठंडी हवा मिलती रहे। उमस बिल्कुल नहीं होनी चाहिए। प्रतिदिन सुबह और देर शाम सैर कराना चाहिए। ताजा खाना और प्रतिदिन शरीर को धोना चाहिए। गर्मी में पेट्स को महीने में एक बार अच्छे से नहलाना चाहिए।

मोवा निवासी युवराज ढीढी ने बताया कि गर्मी बढ़ता देख मैंने मार्च से ही शेफर्ड (डाग) के लिए विशेष इंतजाम करना शुरू कर दिया था। गर्मी ना हो इसके लिए शेफर्ड के रहने वाले स्थान में कूलर लगाया है ताकि ठंडी हवा मिलती रहे। खाने में भी ज्यादा भारी खाना नहीं दे रहे। ठंडी दही और छाछ दे रहे हैं।

शंकर नगर निवासी माधुरी वर्मा ने बताया कि वे लियों (डाग) को गर्मी से राहत दिलाने के लिए एसी और कूलर के पास ही रखते हैं। अन्य मौसम में दो तीन हफ्तों में एक बार लेकिन गर्मी में सप्ताह में नहलाते हैं। घर से बाहर जाते समय लियों के लिए भोजन पानी की उचित व्यवस्था करके जाते हैं। स्वस्थ्य रहे इसलिए हेल्थी फूड दे रहे हैं।

Posted By: Ashish Kumar Gupta

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